नोएडा, । अमेरिकी नागरिकों के कंप्यूटर सिस्टम में छेड़छाड़ कर तकनीकी सहायता देने के नाम पर ठगी करने वाले एक और फर्जी कॉल सेंटर का नोएडा पुलिस ने गुरुवार को पर्दाफाश किया। सेक्टर-117 के एक भवन में छापेमारी कर संचालक समेत 11 लोगों को गिरफ्तार किया गया।
डीसीपी रामबदन सिंह ने बताया कि विभिन्न एजेंसियों से मिले इनपुट के बाद टीम बनाकर सेक्टर-113 थाना क्षेत्र की पुलिस ने छापेमारी कर कॉल सेंटर से आरोपियों को दबोच लिया। इनमें सात युवक और चार युवती हैं। इनकी पहचान नितेश सिंह, एंड्रयू, लुईस, आकाश सिंह, ऋतिक, विवेक मित्तल, राहुल पासवान, संगीता, टियानारो, यूनिस और सिमरन कश्यप के रूप में हुई।
पुलिस के अनुसार, विवेक मित्तल फर्जी कॉल सेंटर का संचालक है। आरोपियों ने बताया कि वह अमेरिकी नागरिकों के कंप्यूटर सिस्टम/लैपटॉप पर पॉपअप मैसेज भेजकर छेड़छाड़ करते थे और उनके बैंक खातों की जानकारी प्राप्त कर लेते। आरोपी विदेशी नागरिकों के सिस्टम में बग भेज देते। इससे उनका सिस्टम सही तरीके से काम नहीं करता। उसके बाद आरोपी उन्हें पॉपअप मैसेज भेज देते। विदेशी नागरिक तकनीकी सहायता के लिए मैसेज के लिंक में दिए नंबर पर कॉल करते। इसके बाद आरोपी आईवीआर कॉलिंग के जरिये विदेशी नागरिकों के साथ जुड़ जाते। आरोपियों के कंप्यूटर में एक्सलाइट और वीसीडॉयल सॉफ्टवेयर होता है। इसी के माध्यम से वह विदेशी नागरिकों के सिस्टम का नियंत्रण हासिल कर लेते। उन्हें विश्वास में लेने के बाद पैसे के लिए बारकोड भेजकर रकम को बिट क्वाइन और क्रिप्टो करेंसी में ट्रांसफर करा लेते।
सारी रकम गिफ्ट कार्ड और क्रिप्टो के जरिये ली जाती, जिसे कैश कराने के बाद हवाला के जरिये भारत में रकम आती थी। पुलिस ने मौके से 19 लैपटॉप, 20 मोबाइल फोन, पांच सिम कार्ड, छह माउस, तीन हेड फोन, 12 चार्जर, एक डी लिंक, एक टीपी लिंक, एक वाईफाई राउटर और फर्जी दस्तावेज बरामद किए हैं। जिस भवन में आरोपी कॉल सेंटर संचालित कर रहे थे, उसे 75 हजार रुपये प्रतिमाह किराए पर लिया था।
छह आरोपी उत्तर-पूर्व के रहने वाले
एडीसीपी ने बताया कि संचालक फर्जी कॉल सेंटर में अधिकांशत उत्तर पूर्व के राज्यों के युवक और युवतियों को रखते हैं, क्योंकि इनकी अंग्रेजी और बातचीत करने के तरीके से विदेशी नागरिक उनकी आसानी से पहचान नहीं कर पाते। इस कॉल सेंटर से भी गिरफ्तार किए गए छह लोग उत्तर पूर्व के हैं, जिनमें से चार युवतियां हैं।
दो वर्ष में 35 से अधिक फर्जी कॉल सेंटर पकड़े
गौतमबुद्ध नगर कमिश्नरेट पुलिस ने पिछले दो वर्षों में अलग-अलग स्थानों से 35 से अधिक फर्जी कॉल सेंटर का भंडाफोड़ किया है। इनमें काम करने वाले 300 से अधिक आरोपियों को गिरफ्तार किया गया। इनमें बड़ी संख्या में आरोपी विदेशी नागरिकों से ठगी करते थे।
बंद पालिसी के नाम पर ठगने वाले दंपती गिरफ्तार
कानपुर, प्रमुख संवाददाता। बंद पालिसी चालू कराने के नाम पर लाखों की ठगी करने वाले पति-पत्नी को साइबर क्राइम ब्रांच की टीम ने नोएडा से दबोच लिया। दोनों नोएडा में अलग-अलग निजी बैंकों में काम करते हैं। टीम ने इनके खाते में मौजूद 11.34 लाख रुपये फ्रीज करने के साथ पांच लाख की ज्वेलरी, एक लाख नकद, आठ फोन, 12 अलग-अलग फर्म व विभाग की मुहरें, स्वाइप मशीन और क्रेटा गाड़ी ज्जब्त की है। जांच में पता चला कि जस्ट डायल साइट से डाटा खरीदकर यह लोगों को अपना शिकार बनाते थे। गुरुवार को डीसीपी क्राइम आशीष श्रीवास्तव ने बताया कि अक्तूबर व नवंबर में लालबंगला निवासी लेदर कारोबारी मोहम्मद इस्माइल के साथ लैप्स पॉलिसी चालू कराने के नाम पर 41 लाख की ठगी हुई थी। बलिया के पवन कुमार और उसकी पत्नी मऊ की रेनू को नोएडा से पकड़ा गया।
150 लोगों से ठगी की बात स्वीकारी
पुलिस आरोपियों से मिले कंप्यूटर का डाटा चेक कर रही है, जिससे यह पता चल सके कि किन-किन लोगों से आरोपियों ने बातचीत की और कितने लोगों को ठगा। आरोपियों ने बताया कि विदेशी नागरिकों का डाटा इन्हें डार्क वेब से मिलता है, जिसे खरीदा जा सकता है। फिलहाल अब तक ये लोग 150 से ज्यादा लोगों से ठगी कर चुके हैं।
देहरादून में भी चलाता था कॉल सेंटर
नोएडा में करीब 25 दिनों से कॉल सेंटर चलाया जा रहा था। इससे पहले संचालक देहरादून में कॉल सेंटर संचालित कर रहे थे। वहां भी अमेरिकी नागरिकों के साथ ठगी की जा रही थी। इस संबंध में हरियाणा के हिसार निवासी विवेक मित्तल को पूर्व में देहरादून के थाना पटेल नगर पुलिस द्वारा गिरफ्तार किया जा चुका है।