69000 में चयनित कर रहे हैं चयनितों का बँटाधार ~
मैं बिना कार्य देखे किसी का समर्थन नही करता हूँ लेकिन आज कहने को पुनः मजबूर हूँ।
कहने से पहले आम चयनित अभ्यर्थी एक बात जान लें कि आपका भविष्य आपके हाथ में है आप याची बन चुके हैं लेकिन हक़ीक़त में लड़ कौन रहा है उसको देखिए। मात्र बकचोदी के सहारे केस नही लड़े जाते हैं इसलिए पुराने अनुभवी साथी को आगे बढ़कर मदद करने के लिए कहा है क्योंकि उसकी SLP पर ही stay है।
प्रतापगढ़ के बकचोद इस केस की ऐसी तैसी करवा देंगे और न जाने किस किस को सपोर्ट करने को बोलता है जिसका इस केस से लेना देना तक नही है जबकि हक़ीक़त ये है कि ये साला ख़ुद से बना स्वयंभू हर तरफ़ को सपोर्ट करता है और ख़ुद को खुदा बताता है।
- Primary ka master: तीन दिवसीय प्रशिक्षण में अनुपस्थित 21 शिक्षकों को नोटिस
- Credit card statement आते ही तुरंत चेक करें ये जरूरी चीजें
- समस्त जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी एवं जिला समन्वयक (सामुoसहo) कृपया ध्यान दें:-
- मिसाल: एक ही परिवार में 13 लोग हैं शिक्षक
- आओ ज्ञान बढ़ाएं: राज्य सरकार के सेवानिवृत्त/मृत सरकारी कर्मचारियों की मानसिक शारीरिक रूप से अक्षम संतान, जो जीविकोपार्जन में समर्थ नहीं है, को विवाह के उपरान्त भी पारिवारिक पेंशन अनुमन्य होगी
आँडे पांडे आपके लिए हानिकारक हैं इनसे दूर रहिये केवल ऐसे व्यक्ति को समर्थन कीजिये जो आगे आकर सर्वप्रथम मुद्दे को उठाया और stay ही नहीं करवाया बल्कि हर किसी के अधिवक्ता को आदेश हुआ कि आप अपने written submission main party के अधिवक्ता को submitt कीजिए।
शुक्ला उर्फ़ गंजा कोर्ट में दिखाई तक नही दे रहा है और सब माल अंदर करके केस को इस बेस पर छोड़ दिया है कि बाक़ी लोग करेंगे जबकि Ravi Saxena हर तारीख़ पर जाता है। इन्हें BEd वाले नेताओं को कुछ अक़्ल तो है नही लेकिन मेरा कहना है बस प्रतापगढ़ वाले चूतीयों से दूर रहो और दिल्ली आकर देखो और बात करो कि main party कौन है जिसको पहले सुना जाना है अगर उसके हाथ मज़बूत नही किये तो फिर ध्यान रखना किसी का कुछ न होगा, matter serious है क्योंकि आरक्षण से related है तो constitutional अधिवक्ता को कीजिये आज आप केवल mercy पर है।
BEd के लिए केवल Ravi Saxena और BTC में राघवेंद्र सिंह सोमवंशी इनके हाथ मज़बूत कीजिए क्योंकि BTC में एक चूतिया कहता है कि हमारे अधिवक्ता पैसा केवल cash में लेते हैं तो उसको अभी ठीक से नौकरी में आने दो कबूतर न बनाया तो बात है।
आप लोग सवाल कीजिये और दिल्ली में अधिवक्ताओं के पीछे हो रहे खेल को जानिये क्योंकि ये वही नेता हैं MRC में आपस में लड़े फिर अब आपके रहनुमा बन रहे हैं यही नेता एक मात्र वजह हैं इस बकचोदी की।
किसी को शक हो तो फलाने मिश्रा जिसको प्रतापगढ़ के पांडे सपोर्ट करते हैं वाली रिकॉर्डिंग मेरी पास है लीजिए और देखिये स्वयं से प्रतापगढ़ वालों का गोरख धंधा, सबसे बड़ी बात लड़ने वाला भी पांडे गुट का है और लड़वाने वाला भी।
चयनितों को अपने लिए कुछ करना है तो दिल्ली आइये Ravi Saxena से मिलिये बाक़ी शंका के समाधान के लिए मैं हूँ ही इन्हें सबको नंगा कर दूँगा।