लखनऊ में प्रदर्शन, कैंडल मार्च निकाला
निर्णय असंवैधानिक गोमती नगर क्षेत्र की रहने वाली प्रतियोगी छात्रा सौम्या ने बताया कि पीसीएस और आरओ/एआरओ का विज्ञापन जारी होने के बाद आयोग का नियम बदलने का निर्णय संविधान के खिलाफ है।
- डी०एल०एड० (बी०टी०सी०) प्रथम एवं तृतीय सेमेस्टर परीक्षा अगस्त 2024 के अंकानुसंधान हेतु ऑनलाइन आवेदन पूरित किये जाने के सम्बन्ध में।
- लखनऊ में सभी तरह के धरना प्रदर्शन पर रोक, 12 जनवरी तक BNS की धारा 163 लागू
- 16 नवंबर को जनपद में कार्तिक पूर्णिमा गंगा स्नान मेला का रहेगा अवकाश , देखें आदेश
- ज्ञापन : बेसिक शिक्षा परिषद, उत्तर प्रदेश नियंत्रणाधीन विद्यालयों में कार्यरत भारांक रहित शिक्षकों के अंतर्जपदीय स्थानांतरण हेतु नीति में परिवर्तन का अनुरोध विषयक
- बेसिक शिक्षा परिषद् के अधीन कार्यरत् शिक्षक/ शिक्षिका / कर्मचारी के निलम्बन, जांच प्रक्रिया एवं निलम्बन से बहाली के सम्बन्ध में
मानकीकरण नहीं मानेंगे
सीतापुर जिले के मिश्रिख तहसील के रहने वाले प्रतियोगी छात्र नेम सिंह यादव का कहना है कि वह सिविल सेवा की तैयारी में जुटे हैं। हमारा विरोध मानकीकरण को लेकर है।
लखनऊ। पीसीएस और आरओ/एआरओ की प्रारंभिक परीक्षाएं एक से अधिक दिन और पालियों में कराने के फैसले के खिलाफ प्रतियोगी छात्रों ने कैंडल मार्च निकाला। सैकड़ों छात्रों ने हाथों में मोमबत्ती लेकर अलीगंज स्थित उत्तर प्रदेश पब्लिक सर्विस कमीशन (यूपीपीएससी) दफ्तर के सामने विरोध प्रदर्शन किया। छात्रों ने यूपीपीएससी दफ्तर में घुसने की कोशिश की लेकिन पुलिस ने उन्हें रोक दिया।
लखनऊ में भी प्रतियोगी छात्रों ने मानकीकरण (नॉर्मलाइजेशन) के विरोध में प्रदर्शन किया। अलीगंज के सेक्टर एच स्थित विजन लाइब्रेरी के पास से हाथों में मोमबत्ती लेकर निकले छात्रों ने पुरनिया चौराहे होते हुए उपाम भवन के निकट अपना गुस्सा जाहिर किया। पुलिस की मौजूदगी में वह नेताजी सुभाष चंद्र बोस राजकीय महिला पीजी कॉलेज से होते हुए वापस विजन लाइब्रेरी पहुंचे। छात्रों ने आयोग के खिलाफ नारेबाजी की। छात्रों ने मानकीकरण को मानने से इनकार किया और ‘एक दिन, एक पाली’ परीक्षा की मांग उठाई।