प्रयागराज। यूपी बोर्ड परीक्षा के लिए आवासीय विद्यालयों को केंद्र नहीं बनाया जा सकता है। इसके बावजूद प्रदेश के कई जिलों में आवासीय विद्यालयों को परीक्षा केंद्र बना दिया गया है। अब इन विद्यालयों को केंद्र की सूची से हटाने के यूपी बोर्ड निर्देश दिए गए हैं। समाज कल्याण विभाग की ओर से प्रदेश भर में 94 आश्रम पद्धति आवासीय विद्यालय संचालित हैं। इसमें प्रयागराज में चार, कौशांबी में पांच, इटावा में दो, चित्रकूट में तीन, गोंडा में तीन, अयोध्या में तीन, लखनऊ में दो, सीतापुर में तीन, वाराणसी में तीन, सोनभद्र में चार समेत सभी जिलों में आवासीय विद्यालय हैं। नियमानुसार जिन विद्यालयों के परिसर में ही छात्र और शिक्षकों के रहने की व्यवस्था होती है, उसे केंद्र नहीं बनाया जाता है। केंद्र बनने पर वहां नकल होने की संभावना रहती है। इसके बाद भी केंद्र बनाने के दौरान कुछ आवासीय विद्यालयों के नाम सूची में शामिल हो गए हैं। इसकी जानकारी यूपी बोर्ड के अफसरों को हुई तो उन्होंने सभी जिला विद्यालय निरीक्षकों को निर्देश दिया है कि आवासीय विद्यालयों को केंद्र न बनाया जाए।
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