परिषदीय प्राथमिक व उच्च प्राथमिक स्कूलों में गणित व भाषा में विद्यार्थियों को दक्ष बनाने के लिए निपुण भारत अभियान चलाया जा रहा है। विद्यार्थियों की दक्षता को आंकने के लिए सोमवार से 30 नवंबर तक मंडलवार सभी जिलों में अलग-अलग दिन परीक्षाएं होंगी। वायु प्रदूषण के कारण आठ जिलों में परीक्षा को स्थगित कर दिया गया है। इन आठ जिलों में मेरठ, बुलंदशहर, गाजियाबाद, हापुड़, गौतमबुद्ध नगर, बागपत, शामली व मुजफ्फरनगर शामिल हैं।
अभी इन जिलों में आनलाइन कक्षाएं चलाई जा रही हैं।
इन जिलों के लिए परीक्षा कार्यक्रम अलग से जारी होगा।
वहीं दूसरी ओर छह मंडलों के 30 जिलों में निपुण परीक्षा सोमवार से शुरू हो गई है। पहले दिन लखनऊ, अयोध्या, प्रयागराज, सहारनपुर, कानपुर व बरेली मंडलों के जिलों में प्री-प्राइमरी से कक्षा तीन तक के विद्यार्थियों की परीक्षा ली गई।
परीक्षा सुबह 9:30 से 11:30 बजे
तक हुई। भाषा व गणित के कुल नौ सवाल विद्यार्थियों से पूछे गए। ओएमआर शीट पर प्रश्नों के उत्तर विद्यार्थियों ने दिए और इसे स्कैन कर शिक्षकों द्वारा परख एप पर अपलोड किया गया। अब राज्य स्तरीय टीम इसका मूल्यांकन करेगी। इन छह मंडलों में मंगलवार को कक्षा चार से कक्षा आठ तक के विद्यार्थी परीक्षा देंगे। ऐसे ही छह मंडलों के जिलों की दो-दो दिन परीक्षाएं चलेंगी।
विद्यालय में 80 प्रतिशत छात्रों के निपुण होने पर उसे निपुण विद्यालय घोषित किया जाएगा। किसी भी ब्लाक में 80% स्कूल के निपुण होने पर वह निपुण ब्लाक कहलाएगा। निपुण परीक्षा की निगरानी के लिए जिला व राज्य स्तर पर शिक्षाधिकारियों की टीमें गठित की गई हैं। महानिदेशक स्कूल शिक्षा कंचन वर्मा की ओर से पारदर्शिता के साथ परीक्षा कराने के निर्देश दिए गए हैं।