कस्तूरबा गांधी आवासीय बालिका विद्यालय की 8वीं की छात्रा अंशिका एक दिन के लिए खंड शिक्षा अधिकारी बनीं।
लखनऊ, । गोसाईगंज के शिवलर स्थित कस्तूरबा गांधी आवासीय बालिका विद्यालय की 8 वीं की छात्रा अंशिका के लिये शुक्रवार का खास दिन रहा। वह शुक्रवार को छात्रा नहीं बल्कि खंड शिक्षा अधिकारी बनकर प्राथमिक विद्यालय गोसाईगंज-एक पहुंची। विद्यालय का निरीक्षण कर बच्चों की दक्षता परखी।
- नवीन माड्यूल अंगीकृत किए जाने के संबंध में
- जल्द तय हो सकता है आरओ परीक्षा का प्रारूप
- शिक्षा सेवा आयोग से भी ले सकेंगे टीजीटी 2011 जीवविज्ञान के साक्षात्कार पत्र
- प्रदेश को मिलेंगे 71 नए राजकीय डिग्री कॉलेज, होंगी बंपर भर्तियां
- छह जनवरी को होगा निर्वाचक नामावली का अंतिम प्रकाशन
अंशिका ने पहली व दूसरी कक्षा के बच्चों से गिनती व पहाड़ा पूछा और वर्णमाला व किताब पढ़ायी। बड़े बच्चों से सामान्य ज्ञान के सवाल पूछे। बच्चों को निपुण परीक्षा के बारे में बताया। अंशिका ने स्कूल में मौजूद शिक्षकों से बच्चों की नामांकन संख्या, उपस्थिति और पढ़ाए गए पाठ्यक्रम के बारे में जानकारी ली। अंशिका निडर होकर बच्चों और शिक्षकों से सवाल कर रही थी।गोसाईगंज के खण्ड शिक्षा अधिकारी (बीआईओ) रामराज ने मिशन शक्ति अभियान के तहत अंशिका को एक दिन के लिए बीईओ की जिम्मेदारी सौंपी।
अंशिका ने पहले कार्यालय में बीईओ की सीट पर बैठकर कार्यालय के कामकाज के बारे में सभी से जानकारी ली। उसके बाद अंशिका कार से प्राथमिक विद्यालय गोसाईगंज-एक पहुंचीं। स्कूल पहुंचते ही बच्चे और शिक्षक हैरत में पड़ गए कि बीईओ के साथ यह छात्रा कौन है? अंशिका सीधे कक्षा एक व दो में पहुंची और बच्चों से अक्षर ज्ञान, गिनती और पहाड़ा सुना। कक्षा तीन, चार व पांच के बच्चों से सामान्य ज्ञान और किताबों के नाम पूछे। बीईओ रामराज ने अंशिका से पूछा का तुम्हें आज सबसे अच्छा क्या लगा ? सहजता से जवाब देते हुए आंशिका ने कहा आपकी कुर्सी पर बैठना।
अंशिका ने एआरपी धर्मेंद्र सिंह, अनुपमा मंडल, अंजना भारती से स्कूल में होने वाली अभिभावक शिक्षक बैठक व विद्यालय प्रबंधन समित के बारे में जानकारी हासिल की। बच्चों से अपने अनुभव भी साझा किए