लखनऊ। पावर कार्पोरेशन और उससे जुड़े निगमों में करीब 48 फीसदी से अधिक पद लंबे समय से खाली हैं। इन पदों को भरने के बजाय प्रतिनियुक्ति पर जोर दिया गया। विभिन्न विभागों में लाखों रुपये के मानदेय पर 15 लोगों की प्रतिनियुक्ति पर तैनाती कर ली गई है।
विद्युत सेवा आयोग की ओर से कार्पोरेशन सहित अन्य विद्युत वितरण कंपनियों से खाली एवं भरे हुए पदों का ब्यौरा जुटाया गया। एक अप्रैल 2024 तक के आंकड़ों के मुताबिक प्रदेश में कुल 73522 पद स्वीकृत हैं। हैं। ये पद लिपिक से लेकर अभियंता तक के हैं। स्वीकृत पद के सापेक्ष करीब करीब 48.29 फीसदी पद खाली चल रहे हैं। निगमवार विवरण देखा जाए तो सर्वाधिक 56.57 फीसदी पद केस्को में खाली हैं। इसी तरह ट्रांसमिशन में 51.08 फीसदी पद खाली चल रहे हैं।
सबसे कम 39.06 फीसदी पद कार्पोरेशन मुख्यालय में खाली हैं। यह स्थिति तब है, जब राजधानी होने की वजह से तमाम लोग यहां रहने के इच्छुक रहते हैं। ऊर्जा संगठनों ने कई बार इन पदों को भरने की मांग की,
लेकिन इन्हें भरा नहीं जा सका। अब कार्पोरेशन से जुड़े दो निगमों को पांच नई कंपनियों के रूप में बांटने की तैयारी चल रही है। फिलहाल अब कार्पोरेशन के अधिकारी इस मुद्दे पर चप्पी साधे हैं।