लखनऊ, प्राइमरी एवं अपर प्राइमरी स्कूलों के ऐसे शिक्षक जो ऑनलाइन माध्यम से पढ़ाई करा रहे हैं, छात्रों का पंजीकरण व उनकी नियमित उपस्थिति आनलाइन दर्ज कर रहे हैं, सूचनाओं का आदान-प्रदान व विद्यालय प्रबंधन में डिजिटल माध्यम का अधिक से अधिक प्रयोग कर रहे हैं उन्हें प्रोत्साहित किया जाएगा। ऐसे अध्यापकों को इनफार्मेशन-कम्युनिकेशन टेक्नोलाजी (आइसीटी) पुरस्कार दिया जाएगा।
- पीएमश्री विद्यालयों की छात्राएं सीखेंगी आत्मरक्षा के गुर
- रिक्शा चालक को फर्जी शिक्षक बता भेजी 51 लाख की रिकवरी नोटिस
- पांचवीं व आठवीं में अनुत्तीर्ण छात्रों को अगली कक्षा में प्रवेश नहीं,➡️ 15 वर्ष पहले बनी थी नीति गुणवत्ता में आई कमी
- प्राइमरी की परीक्षाएं आज से और प्रश्न पत्र छपे नहीं ➡️बीईओ ने व्हाट्सऐप पर प्रश्न पत्र वायरल किए
- स्कूली इमारतों की जांच न करने पर हाईकोर्ट हैरान
राज्य शैक्षिक अनुसंधान एवं प्रशिक्षण परिषद (एससीईआरटी) की ओर से मंगलवार को इस संबंध में सभी जिलों से 30 नवंबर तक सर्वश्रेष्ठ दो-दो शिक्षकों के नाम राज्य स्तरीय आइसीटी प्रतियोगिता के लिए मांगे गए हैं।
एससीईआरटी के संयुक्त निदेशक डा. पवन कुमार की ओर से सभी जिलों के बेसिक शिक्षा अधिकारियों को पत्र भेजकर जिला स्तर पर पारदर्शी चयन के माध्यम से राज्य स्तर की प्रतियोगिता के लिए शिक्षकों के नाम भेजने के निर्देश दिए गए हैं। निर्देश में यह भी कहा गया है कि विद्यालयों में रोचक ढंग से विद्यार्थियों को पढ़ाई कराने पर जोर दिया जा रहा है। विद्यालयों में स्मार्ट क्लास स्थापित किया गया है और इसका अधिक प्रयोग किया जाए, इसके लिए शिक्षकों को प्रोत्साहित किया जा रहा है।