सिद्धार्थनगर, सभी को मिलकर शिक्षा व्यवस्था में सुधार लाना है। शिक्षा, चिकित्सा ठीक होगा तो जिले की अधिकतर समस्याएं ठीक हो जाएंगी। विद्यालयों में शिक्षा व्यवस्था को बेहतर बनाना है, जिससे प्राइवेट विद्यालयों के बच्चे सरकारी विद्यालयों में पढ़ने के लिए आतुर दिखे। ये बातें डीएम डॉ. राजागणपति आर ने शनिवार को लोटन बीआरसी में आयोजित ब्लॉक स्तरीय उन्मुखीकरण एवं कार्यशाला में कहीं। उन्होंने कहा कि स्पोर्ट ग्रांट में प्राप्त धनराशि से खेल का सामान खरीदकर बच्चों को खेलने के लिए दें। सभी लोग अतिरिक्त मेहनत करें। सभी शिक्षक फार्मल ड्रेस में ही विद्यालय आएंगे। जीन्स, टीशर्ट पहनकर नहीं आएंगे।
- 8वीं आर्थिक गणना 2025-26 के कार्य को ससमय व सुचारू रूप से सम्पादित करने हेतु ‘‘जिला स्तरीय समन्वय समिति’’ का गठन सम्बन्धी, जनपद-सीतापुर
- अर्हता तिथि 01.01.2025 के आधार पर विधानसभा निर्वाचन क्षेत्रों की निर्वाचक नामावलियों के विशेष संक्षिप्त कार्यक्रम के अन्तर्गत अंतिम प्रकाशन दिनांक 06.01.2025 के स्थान पर अब दिनांक 07.01.2025 को किए जाने के संबंध में।
- ज्ञापन : अत्यधिक ठण्ढ़क के कारण जनपद के कस्तूरबा आवासीय बालिका विद्यालयों सहित कक्षा 1 से 08 तक की शिक्षण संस्थाओं में अवकाश घोषित किये जाने के सम्बन्ध में।
- अंतर्जनपदीय स्थानांतरण शिक्षकों के डी ए अंतर 46%-53% व बोनस 2023-24 के भुगतान के सम्बन्ध में I
- विभिन्न राष्ट्रीय समाचार पत्रों में प्रकाशित ‘कतिपय जनपदों के स्कूलों में छात्रों के यूनिफॉर्म से संबंधित समस्या’ तथा ठिठुर रहे बच्चे, नहीं मिल रहा ड्रेस का पैसा’ के सम्बन्ध में।
अभिभावकों को जागरूक करते हुए बच्चों की शत प्रतिशत उपस्थिति सुनिश्चित कराएं व बच्चे ड्रेस, जूता मोजा पहन कर विद्यालय आएं। विद्यालयों में मूलभूत सुविधाओं को ठीक कराना है। डीएम ने कहा कि खंड विकास अधिकारी के माध्यम से प्राथमिक विद्यालय, कंपोजिट विद्यालयों में सभी क्लासरूम में टाइल्स लगाया जाए। बीईओ एवं प्रधानाध्यापक विशेष ध्यान देकर अच्छी गुणवत्ता का टाइल्स लगवाएं। उन्होंने कहा कि विद्यालयों का निरीक्षण किया जाता है। प्रत्येक सप्ताह बेसिक शिक्षा विभाग की समीक्षा की जाती है।
अच्छा कार्य करने वाले शिक्षकों को प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित भी किया जा रहा है। शासन के मंशानुसार जनपद को निपुण बनाना है। निपुण सिद्धार्थनगर बनाने के लिए हिन्दी और गणित पर विशेष ध्यान देना है। सभी शिक्षक अपनी डायरी भरें व विषयवार तैयार करें। उन्होंने कहा कि 29 नवंबर को कक्षा एक से तीन व 30 नवंबर को कक्षा चार से आठ तक के बच्चों का एनएटी परीक्षा आयोजित किया जाना है। जिसके लिए शिक्षक पूरी मेहनत से बच्चों की तैयारी कराएं। यह परीक्षा ओएमआरशीट पर कराई जाएगी। इसका परीक्षाफल मुख्यमंत्री डैसबोर्ड पर भी अपलोड होगा। डीएम ने कहा कि शिक्षा में सुधार होगा तभी जनपद में सुधार होगा। इस अवसर पर बीएसए देवेंद्र कुमार पांडेय, बीईओ अशोक कुमार सिंह आदि मौजूद रहे।