बदायूं : स्नेहा सिंह को इंतजार था कि 27 नवंबर को रिश्तेदार की शादी का कार्ड आएगा। 12 नवंबर की दोपहर उनके फोन पर अनजान वाट्सएप नंबर से डिजिटल कार्ड और उसके साथ एपीके (एंड्रायड पैकेज किट) फाइल आई। स्नेहा ने बेफिक्री से उस फाइल को डाउनलोड किया… कुछ ही देर में उनके खाते से 20 हजार रुपये निकल गए। ऐसा ही आवास विकास निवासी मनोज गुप्ता के साथ हुआ। 16 नवंबर को वाट्सएप नंबर पर आया डिजिटल कार्ड देखने लगे। उसमें दिख रहे चेहरे को पहचान रहे थे, इतने में मैसेज आया कि एप डाउनलोड करें। मनोज सतर्क थे, समझ गए कि कुछ गड़बड़ है। उन्होंने तुरंत डिजिटल कार्ड डिलीट कर दिया।
- चार वर्षीय ग्रेजुएट्स के लिए एक वर्षीय बीएड: सवाल और उसका जवाब
- मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने महाकुंभ में हुई कैबिनेट बैठक से प्रदेश को विकास कई कई महासौगातें दी, 10 प्रस्ताव मंजूर
- Primary ka master: उच्चीकृत कस्तूरबा विद्यालयों में शिक्षक बनने का मौका, करें आवेदन
- पांच साल में 21 फीसदी बढ़ गई महंगाई, पर सबसे अधिक टैक्स भरने वालों को नहीं मिली कोई राहत
- रेलवे में टीजीटी समेत 1036 भर्तियां, इतनी रहेगी सैलरी , देखें
आप वाट्सएप यूजर हैं तो सतर्क हो जाइए। किसी भी अनजान नंबर से आने वाले वीडियो को डाउनलोड कतई मत करिए। साइबर ठगों ने नया पैंतरा अपनाते हुए डिजिटल कार्ड भेजने शुरू किए हैं। वाट्सएप यूजर समझते हैं कि किसी ने आमंत्रण भेजा होगा मगर उस वीडियो में एंड्रायड पैकेज किट (एपीके) होती है। उस पर क्लिक करते ही आपके मोबाइल फोन का कंट्रोल ठग के पास पहुंच जाता है। हैकर आपके फोन में आइ-मोबाइल एप, गूगल-पे, पेटीएम आदि का उपयोग करना शुरू कर देता है। उससे रकम दूसरे खातों में ट्रांसफर कर लेता है। साइबर थाना प्रभारी विनोद कुमार वर्धन ने बताया कि समय-समय पर पासवर्ड बदलते रहें।