लखनऊ। 69,000 शिक्षक भर्ती में नियुक्ति की मांग को लेकर आरक्षित वर्ग के अभ्यर्थियों ने बृहस्पतिवार को ईको गार्डन धरना स्थल पर रंगोली बनाकर और कैंडल जलाकर दिवाली मनाई। ये अभ्यर्थी पिछले चार वर्ष से इस धरना स्थल दिवाली और होली
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जैसे प्रमुख पर्व मनाते आ रहे हैं। अभ्यर्थियों का कहना है कि जब तक न्याय नहीं मिल जाता, तब तक यह लड़ाई जारी रहेगी। इनका नेतृत्व कर रहे अमरेंद्र पटेल ने बताया कि वे लोग पिछले चार वर्ष से इसी ईको गार्डन में होली, दिवाली, रक्षाबंधन, मकर संक्रांति आदि पर्व मनाते आ रहे हैं।
ऐसा सिर्फ सरकार की नाकामी की वजह से आरक्षित वर्ग के अभ्यर्थियों को करना पड़ रहा है।
पटेल ने कहा कि 69,000 शिक्षक भर्ती मामले में आरक्षित वर्ग के अभ्यर्थी हर न्यायिक स्तर से जीत मिलने के बाद भी खानाबदोश की जिंदगी जी रहे हैं। आरक्षित वर्ग के अभ्यर्थियों को राष्ट्रीय पिछड़ा वर्ग आयोग से लेकर हाईकोर्ट डबल बेंच तक ने न्याय देते हुए सरकार को सुझाव दिया कि वह 69,000 शिक्षक भर्ती में हुई विसंगति का सुधार करते हुए नई सूची बनाकर अभ्यर्थियों को नियुक्ति दे लेकिन सरकार हठधर्मिता पर अड़ी है। इसके कारण हम अभ्यर्थी कई साल से सड़क पर दर-दर की ठोकर खा रहे हैं। साथ ही अपने परिवार से दूर इस तरह त्योहार मनाने के लिए मजबूर हैं।