सैदाबाद, हिसं । बेसिक शिक्षा परिषद के दो राज्य पुरस्कार से सम्मानित सहित 19 अवकाश प्राप्त अध्यापकों को अवशेष महंगाई भत्ते का भुगतान 14 वर्ष बाद भी नहीं किया गया है। जिम्मेदारों की अनदेखी के चलते वे भुगतान के लिए कार्यालय का चक्कर लगा रहे हैं। उन्होंने बीएसए, डीएम, मंडलायुक्त समेत मुख्यमंत्री को प्रत्यावेदन भेजकर अवशेष धनराशि का भुगतान कराए जाने की मांग की है। इसके बावजूद उनका भुगतान विभाग नहीं कर रहा है।
- सभी शिक्षको के 14 आकस्मिक अवकाश(C.L.) मानव संपदा पोर्टल पर अपडेट कर दिए गए हैं ll
- एक यूटिलिटी कैलेंडर है जिसमें साल भर की महत्वपूर्ण तारीखें, त्योहार, लॉन्ग वीकेंड, विवाह के शुभ मुहूर्त, बड़ी फिल्में/वेब सीरीज, स्पोर्ट्स इवेंट और प्रमुख परीक्षा तिथियां दी गई हैं। इसका सारांश इस प्रकार है , देखें
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क्षेत्र के चौर बडेरा गांव निवासी गोपी कृष्ण त्रिपाठी बेसिक शिक्षा विभाग में बहादुरपुर विकासखंड के पूर्व माध्यमिक विद्यालय मोती नगर से 2012 में सेवानिवृत्त हुए
■ राज्य पुरस्कार से सम्मानित दो शिक्षक भी वंचित ■ 14 वर्षों से विभाग का चक्कर लगाने को हैं मजबूर
थे। इसी साल गोपीकृष्ण के साथ इसी ब्लॉक के विभिन्न विद्यालयों में कार्यरत 18 शिक्षक भी सेवानिवृत्त हुए। जीके त्रिपाठी का कहना है कि जनवरी से मई 2009, जुलाई से दिसंबर 2009, जनवरी से जुलाई 2010 और जुलाई से जनवरी 2011 तक के कार्यकाल में बढ़ी हुई अवशेष महंगाई का भुगतान विभाग ने उन्हें नहीं किया। कई बार शिकायत पर भी भुगतान न होने से परेशानी हो रही है