मथुरा। परिषदीय स्कूलों की तरह अब माध्यमिक विद्यालयों में भी परख सर्वेक्षण लागू किया गया है। इसके तहत कक्षा छह, नवीं और 11वीं के छात्र-छात्राओं की दक्षता परखी जाएगी। परख सर्वेक्षण के लिए विभाग ने नोडल अधिकारी नामित करने की प्रक्रिया भी शुरू कर दी है। परख एप के माध्यम से अब तक सिर्फ बेसिक स्कूलों के बच्चों की दक्षता परखी जाती थी।
परख सर्वेक्षण के लिए अगले माह पहले सप्ताह में परीक्षा का आयोजन किया जाएगा। इससे बच्चों की शैक्षिक गुणवत्ता का आकलन किया जाएगा। परीक्षा सर्वेक्षण के तहत कक्षा छह में भाषा, गणित और परिवेश ज्ञान की परख होगी। कक्षा नवीं में भाषा, गणित, विज्ञान, सामाजिक विज्ञान और कक्षा 11वीं में भाषा, गणित और विज्ञान की दक्षता परखी जाएगी। इसके तहत हर शनिवार को छात्र-छात्रों को पेंसिल से ओएमआर शीट पर अभ्यास कराया जाएगा।
इसके साथ ही पिछले वर्षों के राष्ट्रीय सर्वेक्षण के प्रश्नपत्र भी हल कराने का अभ्यास भी कराया जाएगा। शेड्यूल बनाकर राष्ट्रीय सर्वेक्षण के पहले बच्चों को कम से कम पांच बार अभ्यास कराना होगा। डीआईओइस रवींद्र कुमार ने बताया कि राष्ट्रीय सर्वेक्षण के लिए सभी स्कूलों के प्रधानाचार्यों को निर्देश दिए गए हैं। इसके लिए राजकीय इंटर कॉलेज के प्रधानाचार्य को नोडल बनाया गया है। सर्वेक्षण का उद्देश्य बच्चों का शैक्षिक स्तर सुधारना है।