अमरोहा। परिषदीय विद्यालय का स्तर सुधारने के लिए लगातार नए प्रयास किए जा रहे हैं। अब शिक्षा के साथ-साथ विद्यार्थियों के स्वास्थ्य और सुरक्षा पर विशेष ध्यान रखा जाएगा। इसके तहत प्रत्येक विद्यालय में प्राथमिक चिकित्सा की व्यवस्था होगी। दवाई व अन्य सामग्री वाली स्वास्थ्य किट रखी जाएगी। साथ ही बच्चों के उपचार के लिए एक शिक्षक को प्रशिक्षित भी किया जाएगा। ताकि वह आवश्यकता पड़ने पर विद्यार्थी को विद्यालय में प्राथमिक उपचार मिल सके।
- पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह का निधन !
- कक्षा 1 से 8 तक के स्कूलों की छुट्टी का कैलेंडर जारी, बसंत पंचमी का अवकाश खत्म, अनंत चतुर्दशी पर स्कूल बंद रहेगा, देखें सम्पूर्ण तालिका
- बेसिक शिक्षा परिषद अवकाश तालिका विश्लेषण
- परिषदीय विद्यालयों की अवकाश तालिका वर्ष 2025 देखें व करें डाउनलोड: Download Holidays List Basic Shiksha Parishad 2025
- तमिलनाडु की SLP पर सुप्रीम कोर्ट में डेट 7 जनवरी👇
जिले में 1266 परिषदीय विद्यालय हैं। जिनमें एक लाख से अधिक बच्चे पंजीकृत हैं। देखा जाता है कि स्कूल परिसर में कभी बच्चे खेल-खेल में चोटिल हो जाते हैं या फिर आकस्मिक बीमार पड़ जाते हैं। ऐसे में उन्हें चिकित्सक के पास ले जाना पड़ता है। लेकिन, अब बच्चों को त्वरित उपचार मिल सके, इसके लिए पहल की जा रही है। निशुल्क एवं बाल शिक्षा अधिकार के तहत परिषदीय विद्यालयों के बच्चों की सुरक्षा और स्वास्थ्य पर विशेष ध्यान दिया जा रहा है। संवाद
विद्यालयों में बच्चों के स्वास्थ्य संबंधी सतर्कता के लिए महानिदेशक स्कूल शिक्षा की ओर से निर्देश जारी हुए हैं। इसके लिए विद्यालय के एक शिक्षक को प्रशिक्षित किया जाएगा। इस संबंध में विद्यालय में व्यवस्था करने के निर्देश दिए गए हैं। वहीं, सभी खंड शिक्षा अधिकारियों को स्कूलों में स्वास्थ्य किट रखवाने के लिए कहा गया है। डॉ. मोनिका, बीएसए।