मंझनपुर। संस्कृत विद्यालयों की परीक्षाएं अब यूपी बोर्ड की तर्ज पर होंगी। यूपी बोर्ड की तरह अब संस्कृत विद्यालयों को ही परीक्षा केंद्र बनाया जाएगा। संस्कृत विद्यालय में सुविधा न होने पर किसी महाविद्यालय अथवा एडेड स्कूल को केंद्र बनाने की पहल होगी।
जिले में 19 संस्कृत विद्यालय हैं। इन विद्यालयों में कक्षा 10 पूर्व मध्यमा द्वितीय, कक्षा 11 उत्तर मध्यमा प्रथम व कक्षा 11 उत्तर मध्यमा द्वितीय के करीब 950 विद्यार्थी हैं। इन छात्रों की इस बार बोर्ड परीक्षा होनी है।
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शासन ने इस बार परीक्षा में सख्ती की है। फैसला लिया गया है कि इस बार की परीक्षाएं संस्कृत विद्यालय में ही होंगी। इसके लिए इनको ही सेंटर बनाया जाएगा। बता दें कि संस्कृत स्कूलों में संसाधन का अभाव है। ऐसे में इन स्कूलों को परीक्षा केंद्र न बनाकर निजी स्कूल को केंद्र बनाया जाता रहा है। इस बार इसपर अंकुश लगेगा
जिला विद्यालय निरीक्षक डॉ. एसएन यादव ने बताया कि संस्कृत स्कूलों की बोर्ड परीक्षा को लेकर अभी तिथियों की घोषणा नहीं हुई है, लेकिन संभावना है कि यूपी बोर्ड परीक्षा के दौरान ही संस्कृत विद्यालयों की बोर्ड परीक्षा होगी।
इस बार स्कूलों में सीसीटीवी, वॉइस रिकॉर्डर, हाईस्पीड इंटरनेट, फर्नीचर आदि का होना जरूरी है
भोजन, शिक्षा, घर, स्वच्छता, सेहत और सुरक्षा है बच्चों का अधिकार मंझनपुर। अंतरराष्ट्रीय बाल
अधिकार दिवस पर चायल क्षेत्र के मिश्रपुर डहिया स्थित राजकीय हाईस्कूल में बुधवार को एक कार्यक्रम का आयोजन हुआ। जिला विधिक सेवा प्राधिकरण की ओर से आयोजित इस कार्यक्रम में बच्चों के अधिकारों पर चर्चा की गई और इनकी जानकारी भी दी गई।