प्रतापगढ़। परिषदीय प्राथमिक और उच्च प्राथमिक स्कूलों में दिसंबर से होने वाले निपुण मूल्यांकन की तैयारियां शुरू कर दी गई हैं। जिले में डीएलएड प्रशिक्षुओं की मदद से यह मूल्यांकन कराया जाएगा।
जिला शिक्षा एवं प्रशिक्षण संस्थान (डायट) के माध्यम से विद्यालयों का मूल्यांकन करने के लिए टीमों का गठन किया जाएगा। विद्यार्थियों को भाषा और गणित में दक्ष बनाने के लिए अभियान चलाया जा रहा है।
- Teacher diary: दिनांक 22 नवम्बर , 2024 कक्षा- 01, 02, 03, 04, 05 की भरी हुई शिक्षक डायरी , देखें
- आंगनबाड़ी केंद्र है या गांव का खलिहान
- बच्चों के इंटरनेट चलाने पर ढाई अरब रुपये जुर्माने का प्रस्ताव
- सलाह: डिजिटल कंटेंट को बच्चों का अभिभावक न बनने दें
- सहमति वाला रिश्ता शादी तक न पहुंचना अपराध नहीं… सिर्फ ब्रेकअप पर नहीं चल सकता मुकदमा
ऐसे परिषदीय प्राथमिक और उच्च प्राथमिक स्कूल जहां 80 प्रतिशत तक विद्यार्थी भाषा व गणित में दक्ष होंगे, उन्हें निपुण विद्यालय घोषित किया जाएगा।
डीएलएड प्रशुिओं को निर्देश दिए गए हैं कि वे तय मानक के अनुसार विद्यार्थियों का मूल्यांकन करें। वे जिन स्कूलों में छात्रों को परखेंगे, बेसिक
परिषदीय छात्रों को मार्च 2025 तक निपुण बनाने का दिया लक्ष्य
शिक्षा विभाग की ओर से गठित टीम उनकी जांच करेगी।
अभियान के तहत तीन वर्ष से नौ वर्ष की आयु के विद्यार्थियों का मूल्यांकन किया जाएगा। प्री-प्राइमरी से कक्षा तीन तक के विद्यार्थियों को यह डीएलएड प्रशिक्षु परखेंगे। स्कूल शिक्षा महानिदेशक की ओर से भेजे गए पत्र में विभागीय अधिकारियों को अभी से निपुण मूल्यांकन की तैयारियां शुरू करने के निर्देश दिए गए हैं।
बीएसए भूपेंद्र सिंह ने बताया कि सभी ब्लॉक के 80 फीसदी स्कूल और हर स्कूल के इतने ही छात्रों को निपुण बनाने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है। मार्च तक इस लक्ष्य को पूरा करने के निर्देश दिए हैं। संवाद