प्रतापगढ़। परिषदीय प्राथमिक और उच्च प्राथमिक स्कूलों में दिसंबर से होने वाले निपुण मूल्यांकन की तैयारियां शुरू कर दी गई हैं। जिले में डीएलएड प्रशिक्षुओं की मदद से यह मूल्यांकन कराया जाएगा।
जिला शिक्षा एवं प्रशिक्षण संस्थान (डायट) के माध्यम से विद्यालयों का मूल्यांकन करने के लिए टीमों का गठन किया जाएगा। विद्यार्थियों को भाषा और गणित में दक्ष बनाने के लिए अभियान चलाया जा रहा है।

- 20 मई से 15 जून तक बंद रहेगे परिषदीय विद्यालय
- हर महीने मिड-डे-मील के नमूनों की होगी जांच
- गर्मी की छुट्टियों में बच्चे बनेंगे राम-लक्ष्मण, रामायण से सीखेंगे भारतीय संस्कृति के तत्व
- यूपी में 18 मई तक जबरदस्त गर्मी, दिन झुलसाएंगे, रात भी तपेगी
- पी०एम० पोषण (मध्यान्ह भोजन) योजनान्तर्गत छात्रों को सप्लीमेन्ट्री न्यूट्रिशन के अन्तर्गत माह-मार्च, 2025 में उपलब्ध करायी गयी धनराशि के सापेक्ष उपभोग की सूचना निर्धारित प्रारूप पर उपलब्ध कराने के सम्बन्ध में।
ऐसे परिषदीय प्राथमिक और उच्च प्राथमिक स्कूल जहां 80 प्रतिशत तक विद्यार्थी भाषा व गणित में दक्ष होंगे, उन्हें निपुण विद्यालय घोषित किया जाएगा।
डीएलएड प्रशुिओं को निर्देश दिए गए हैं कि वे तय मानक के अनुसार विद्यार्थियों का मूल्यांकन करें। वे जिन स्कूलों में छात्रों को परखेंगे, बेसिक
परिषदीय छात्रों को मार्च 2025 तक निपुण बनाने का दिया लक्ष्य
शिक्षा विभाग की ओर से गठित टीम उनकी जांच करेगी।
अभियान के तहत तीन वर्ष से नौ वर्ष की आयु के विद्यार्थियों का मूल्यांकन किया जाएगा। प्री-प्राइमरी से कक्षा तीन तक के विद्यार्थियों को यह डीएलएड प्रशिक्षु परखेंगे। स्कूल शिक्षा महानिदेशक की ओर से भेजे गए पत्र में विभागीय अधिकारियों को अभी से निपुण मूल्यांकन की तैयारियां शुरू करने के निर्देश दिए गए हैं।
बीएसए भूपेंद्र सिंह ने बताया कि सभी ब्लॉक के 80 फीसदी स्कूल और हर स्कूल के इतने ही छात्रों को निपुण बनाने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है। मार्च तक इस लक्ष्य को पूरा करने के निर्देश दिए हैं। संवाद