प्रतापगढ़। परिषदीय प्राथमिक और उच्च प्राथमिक स्कूलों में दिसंबर से होने वाले निपुण मूल्यांकन की तैयारियां शुरू कर दी गई हैं। जिले में डीएलएड प्रशिक्षुओं की मदद से यह मूल्यांकन कराया जाएगा।
जिला शिक्षा एवं प्रशिक्षण संस्थान (डायट) के माध्यम से विद्यालयों का मूल्यांकन करने के लिए टीमों का गठन किया जाएगा। विद्यार्थियों को भाषा और गणित में दक्ष बनाने के लिए अभियान चलाया जा रहा है।
- डी०एल०एड० (बी०टी०सी०) प्रथम एवं तृतीय सेमेस्टर परीक्षा अगस्त 2024 के अंकानुसंधान हेतु ऑनलाइन आवेदन पूरित किये जाने के सम्बन्ध में।
- लखनऊ में सभी तरह के धरना प्रदर्शन पर रोक, 12 जनवरी तक BNS की धारा 163 लागू
- 16 नवंबर को जनपद में कार्तिक पूर्णिमा गंगा स्नान मेला का रहेगा अवकाश , देखें आदेश
- ज्ञापन : बेसिक शिक्षा परिषद, उत्तर प्रदेश नियंत्रणाधीन विद्यालयों में कार्यरत भारांक रहित शिक्षकों के अंतर्जपदीय स्थानांतरण हेतु नीति में परिवर्तन का अनुरोध विषयक
- बेसिक शिक्षा परिषद् के अधीन कार्यरत् शिक्षक/ शिक्षिका / कर्मचारी के निलम्बन, जांच प्रक्रिया एवं निलम्बन से बहाली के सम्बन्ध में
ऐसे परिषदीय प्राथमिक और उच्च प्राथमिक स्कूल जहां 80 प्रतिशत तक विद्यार्थी भाषा व गणित में दक्ष होंगे, उन्हें निपुण विद्यालय घोषित किया जाएगा।
डीएलएड प्रशुिओं को निर्देश दिए गए हैं कि वे तय मानक के अनुसार विद्यार्थियों का मूल्यांकन करें। वे जिन स्कूलों में छात्रों को परखेंगे, बेसिक
परिषदीय छात्रों को मार्च 2025 तक निपुण बनाने का दिया लक्ष्य
शिक्षा विभाग की ओर से गठित टीम उनकी जांच करेगी।
अभियान के तहत तीन वर्ष से नौ वर्ष की आयु के विद्यार्थियों का मूल्यांकन किया जाएगा। प्री-प्राइमरी से कक्षा तीन तक के विद्यार्थियों को यह डीएलएड प्रशिक्षु परखेंगे। स्कूल शिक्षा महानिदेशक की ओर से भेजे गए पत्र में विभागीय अधिकारियों को अभी से निपुण मूल्यांकन की तैयारियां शुरू करने के निर्देश दिए गए हैं।
बीएसए भूपेंद्र सिंह ने बताया कि सभी ब्लॉक के 80 फीसदी स्कूल और हर स्कूल के इतने ही छात्रों को निपुण बनाने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है। मार्च तक इस लक्ष्य को पूरा करने के निर्देश दिए हैं। संवाद