प्रतापगढ़। छात्रवृत्ति का लाभ लेने के लिए विद्यार्थियों को कॉलेजों में बायोमीट्रिक हाजिरी लगानी होगी। नई व्यवस्था का पालन कराए जाने के लिए शासन ने समाज कल्याण विभाग को निर्देश जारी कर दिया है। कॉलेजों का नोडल अधिकारी प्राचार्य को बनाया गया है। उनका अंगूठा समाज कल्याण विभाग में लगवाया जा रहा है।

- विकासखण्ड में 50 या 50 से कम छात्र संख्या वाले विद्यालयों का विवरण निम्नवत् है-
- “स्कूलों का एकीकरण: शिक्षा के अधिकार की आत्मा पर प्रहार”
- शिक्षकों की ऑनलाइन ट्रांसफर की प्रक्रिया की विसंगतियों को दूर करने की मांग
- बीईओ पर अभद्रता का आरोप, कार्रवाई नहीं होने पर शिक्षिकों ने मौन रहकर किया प्रदर्शन
- 11 वें अन्तर्राष्ट्रीय योग दिवस 2025 के आयोजन के सम्बन्ध में ।
इसके बाद वह विद्यार्थियों की बायोमीट्रिक हाजिरी कॉलेज में लगवाएंगे। डिग्री कॉलेजों में अभी तक बिना बायोमीट्रिक हाजिरी के ही छात्र-छात्राओं को छात्रवृत्ति मिलती थी।
ऐसे में पता नहीं चल पाता था कि कितने विद्यार्थी कॉलेज में पढ़ रहे हैं।
कई कॉलेजों में फर्जी तरीके से दाखिला भी कराया जाता था और जांच करने के बाद ही पता चल पाता था। फर्जीवाड़ा रोकने के लिए कॉलेजों में बायोमीट्रिक हाजिरी लगाने का आदेश शासन ने जारी कर दिया है।
इसकी जिम्मेदारी समाज कल्याण विभाग को दी गई है। जिला स्तर पर समाज कल्याण अधिकारी को नोडल बनाया गया है। कॉलेजों में नोडल अधिकारी की जिम्मेदारी प्राचार्य की होगी। बायोमीट्रिक हाजिरी लगाने की प्रक्रिया शुरू हो गई है।
जिला समाज कल्याण अधिकारी नागेंद्र मौर्य ने बताया कि 70 फीसदी बायोमीट्रिक हाजिरी पर ही छात्रवृत्ति का लाभ विद्यार्थियों को मिलेगा