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फर्रुखाबाद। कस्तूरबा गांधी आवासीय बालिका विद्यालय (बा) में तैनात शिक्षकों के खातों में चार साल से कर्मचारी भविष्य निधि (ईपीएफ) जमा नहीं की गई है। यह हाल तब है, जब विभाग के पास बजट मौजूद है। इसको लेकर शिक्षक जिला बेसिक शिक्षाधिकारी कार्यालय चक्कर काटने के लिए मजबूर हैं। वहीं, विभागीय अधिकारी यह कहकर पल्ला झाड़ रहे हैं कि जल्द ही ईपीएफ शिक्षकों के खाते में जमा कर दिया जाएगा।
जनपद में ब्लॉक कमालगंज, मोहम्मदाबाद, शमसाबाद, कायमगंज और राजेपुर में बा विद्यालय संचालित हैं। मौजूदा समय में इनमें वार्डन समेत करीब 16 से ज्यादा महिला शिक्षकों की तैनाती हैं। शिक्षकों के खातों में 10 प्रतिशत उनके वेतन और 14 प्रतिशत धनराशि सरकार की ओर से ईपीएफ के रूप में जमा की जाती है।
विभागीय सूत्रों ने बताया कि वर्ष 2020-21 से शिक्षकों के खातों में ईपीएफ की धनराशि जमा नहीं हुई है, जबकि विभाग के पास ईपीएफ की धनराशि पड़ी है। शिक्षक ईपीएफ की धनराशि खाते में जमा करने को लेकर जिला बेसिक शिक्षाधिकारी कार्यालय के चक्कर काट रहे हैं। बताया यह जा रहा है कि विभागीय अधिकारियों की लापरवाही के चलते ईपीएफ की धनराशि जमा नहीं हो पा रही है।
इस संबंध में वित्त एवं लेखाधिकारी छत्रपाल वर्मा ने बताया कि सिर्फ 2020-21 की ईपीएफ की धनराशि जमा नहीं है। जल्द ही धनराशि को बा विद्यालय के शिक्षकों के खाते में जमा कर दी जाएगी। ईपीएफ की धनराशि उपलब्ध है।