लखनऊ। प्रदेश में शिक्षा की गुणवत्ता जांचने और उसके अनुसार सुधार व बदलाव के लिए शिक्षा मंत्रालय और एनसीईआरटी के सहयोग से 4 दिसंबर को परख राष्ट्रीय सर्वे का आयोजन देश भर में किया जा रहा है। इसमें प्रदेश में 9,715 चयनित विद्यालय शामिल हैं। जिनमें सरकारी, सहायता प्राप्त निजी विद्यालय, मदरसे और अन्य बोडों से मान्यता प्राप्त विद्यालय भी हैं।
यह सर्वे प्राथमिक, उच्च प्राथमिक और माध्यमिक स्तर के छात्रों का होगा। इसमें कक्षा 3, 6 और 9 के छात्रों की उपलब्धियों को आंका जाएगा। कक्षा 3, 6 और 9 के लिए अलग-अलग विषयों को मूल्यांकन का आधार बनाया गया है। इनमें कक्षा 3 और कक्षा 6 के लिए भाषा, गणित और हमारे आस-पास की दुनिया तथा कक्षा 9 के लिए भाषा, गणित, सामाजिक विज्ञान और विज्ञान विषय का सर्वे होगा। परख राष्ट्रीय सर्वे
- बेसिक शिक्षा परिषद् के अधीन कार्यरत् शिक्षक/ शिक्षिका / कर्मचारी के निलम्बन, जांच प्रक्रिया एवं निलम्बन से बहाली के सम्बन्ध में
- विद्यालय में बच्चों को लाने एवं ले जाने हेतु वाहन उपयोग के सम्बन्ध में।
- नए साल में परिषदीय स्कूलों में होगी शतरंज प्रतियोगिता
- मौसमअपडेट : उत्तर प्रदेश में कड़ाके की ठंड के बीच 44 जिलों में बारिश का अलर्ट, नए साल पर गिरेगा पारा, जानिए मौसम का अलर्ट
- पुलिस भर्ती परीक्षा के दौरान पकड़ी गई फर्जी अभ्यर्थी , अभिलेखों की जांच,शारीरिक परीक्षण के दौरान खुलासा
शिक्षा में सुधार के लिए आधार तैयार करने को होगा आकलन
के लिए जिला स्तरीय समन्वयक, डायट प्राचार्य एवं जिला विद्यालय निरीक्षक को जिम्मेदारी दी गई है। वहीं फील्ड इंवेस्टिगेटर के असेंबली से पहले स्कूल पहुँचकर सम्बन्धित विद्यालय के प्रधानाचार्य मिलेंगे और परख गाइडलाइन के अनुसार सर्वे सम्बन्धी गतिविधिया करेंगे। यह सेक्शन और छात्रों की आवश्यकता अनुसार सैंपलिंग करेंगे और कन्ट्रोल शीट भी भरेंगे। एससीईआरटी के संयुक्त निदेशक पवन सचान ने बताया कि गाजियाबाद, शामली, अमेठी, सम्भल और कासगंज में डायट नहीं हैं। इसलिए इन जिलों का सर्वे क्रमशः प्राचार्य जिला शिक्षा एवं प्रशिक्षण संस्थान हापुड़, मुजफ्फरनगर, सुल्तानपुर, मुरादाबाद तथा एटा द्वारा
सुनिश्चित कराएंगे।