शाहजहांपुर। खाते में ड्रेस के रुपये आने के बावजूद पूरी यूनिफार्म में न आने वाले परिषदीय स्कूलों के बच्चों के अभिभावकों को कोटे की दुकानों से निशुल्क मिलने वाला राशन नहीं मिलेगा। इसको लेकर सीडीओ ने निर्देश जारी किए हैं।

- प्रभारी बीएसए प्रयागराज श्री देवव्रत सिंह जी.. देखें आदेश
- विद्यालय विलय पर अमेरिका (ग्राम प्रधान)ने किया विरोध , ठीक इसी प्रकार सभी ग्राम प्रधानों को विरोध करना चाइये
- जुलाई से हर शनिवार को खुलेगा सुप्रीम कोर्ट
- परिषदीय विद्यालयों में बढ़ेगी आईसीटी लैब व स्मार्ट क्लास
- अंशकालिक शिक्षक के लिए आवेदन 20 तक
जिले में करीब 2800 स्कूलों में साढ़े तीन लाख बच्चे पढ़ रहे हैं। शासन ने उनकी ड्रेस के लिए 1200 रुपये डीबीटी के माध्यम से अभिभावकों के खातों में भेज दिए हैं। इसके बाद भी अभिभावकों ने बच्चों के लिए सर्दी में स्वेटर, मोजा और जूता नहीं खरीदे हैं। सर्दी में बच्चे ठिठुर रहे हैं।
सीडीओ डॉ. अपराजिता सिंह ने पहले भी कई स्कूलों का निरीक्षण कर शिक्षकों और प्रधानाचार्याें को निर्देश दिए थे कि इस संबंध में बच्चों के अभिभावकों से बात करें। इसके बाद भी बच्चे बिना ड्रेस के ही स्कूल में आ रहे हैं।
सीडीओ ने निर्देश दिए कि अगर एक सप्ताह के बाद कोई भी बच्चा पूरी ड्रेस में नहीं आए तो उनके अभिभावकों की सूची बनाकर संबंधित कोटेदार को दे दी जाए। इन परिवारों को निशुल्क राशन का लाभ देने से रोका जाएगा।