फिरोजाबाद। फिरोजाबाद ब्लाक के नगला मुल्ला परिषदीय स्कूल में तैनात शिक्षामित्र शुक्रवार को 25 मिनट तक साइबर ठगों ने डिजिटल अरेस्ट कर लिया।
ठगों ने खुद को मुंबई पुलिस का अधिकारी बताया। लेकिन पढ़ा रहे अन्य शिक्षकों की सूझबूझ से शिक्षामित्र आखिर किसी तरह बच निकले। शिक्षामित्र ने तत्काल मोबाइल बंद कर उस नंबर को ब्लॉक कर दिया।
- पूर्व रक्षा सचिव अजय कुमार को संघ लोक सेवा आयोग UPSC का अध्यक्ष नियुक्त किया गया।
- माननीय उच्च न्यायालय इलाहाबाद में योजित याचिका संख्या-5146/2024 प्रतिमा वर्मा व अन्य बनाम उ०प्र० राज्य व अन्य के सम्बन्ध में।
- शैक्षिक सत्र 2024-25 में बेसिक शिक्षा परिषद के अधीन संचालित विद्यालयों में कार्यरत शिक्षक/शिक्षिका के अन्तर्जनपदीय एवं अन्तः जनपदीय पारस्परिक स्थानान्तरण के सम्बन्ध में
- 413 शिक्षकों को मिलेगा जिले से बाहर स्थानांतरण का मौका
- छात्रों व शिक्षकों में मारपीट, दो शिक्षक व तीन छात्र निलंबित

फिरोजाबाद ब्लॉक के नगला मुल्ला स्थित प्राइमरी स्कूल में शिक्षामित्र के रूप में मोहम्मद साजिद तैनात हैं। श्रशुक्रवार सुबह 10 बजे उनके मोबाइल पर एक कॉल आई। पाकिस्तान के कोड प्लस 92 के नंबर से दिखाई दे रहे वीडियो कॉल पर कॉल करने वाले ने खुद को मुंबई पुलिस का अधिकारी बताया। शिक्षामित्र से कहा कि उनके नंबर से डुप्लीकेट सिम निकाली गई है। इस सिम से गैर कानूनी गतिविधियां भी हुई हैं। जिस दुकान से यह सिम ली गई है।
उसका पता भी बताया। इस पर शिक्षामित्र ने कहा कि वह तो कभी मुंबई नहीं गए। परिवार के लोग भी नहीं गए। इस पर दूसरी तरफ से कथित पुलिस अधिकारी ने कहा कि इसके लिए उन्हें बयान देने के लिए मुंबई आना होगा। वीडियो कॉल में सामने वाला पुलिस अधिकारी की वर्दी में था। दफ्तर भी पुलिस अधिकारी के ही जैसा दिखाई दे रहा था। तभी स्कूल में तैनात एक अन्य शिक्षक अनूप कुमार गुप्ता ने भी उस फोन पर कथित पुलिस अधिकारी से बात की।
जब कॉल करने वाले को पता चला कि वह स्कूल में हैं, तो कथित पुलिस अधिकारी ने एकांत में जाकर बयान दर्ज कराने को कहा। फोन न काटने की चेतावनी दी। शिक्षामित्र ने कहा कि वह शाम तीन बजे स्कूल की छुट्टी होने के बाद कॉल करेगा। यह कहते हुए शिक्षामित्र ने सबसे पहले फोन बंद कर दिया