लखनऊ। आम आदमी पार्टी (आप) ने प्रदेश में 50 से कम संख्या वाले स्कूलों को बंद करने की कवायद को गरीब, दलित और पिछड़े वर्ग के बच्चों के भविष्य के साथ खिलवाड़ बताया है। पार्टी के मुख्य प्रवक्ता वंशराज दुबे ने कहा प्रदेश सरकार का यह कदम एक सोची-समझी साजिश है।

- एक कस्तूरबा-एक खेल योजना से सिखाएंगे छात्राओं को
- स्मार्ट क्लास में ड्रिंक करती हैं मैम, एसी लगा है, फिर वहीं सो जाती हैं👉 आवासीय बालिका विद्यालय की छात्राओं ने लगाए गंभीर आरोप, कहा- विद्यालय परिसर में रहने वाली कई छात्राएं गर्भवती
- Primary ka master: राजकीय माध्यमिक स्कूलों में मानदेय पर रखे जाएंगे शिक्षक
- नौ मीटर चौड़ी सड़क पर भी खोल सकेंगे स्कूल से लेकर डिग्री कॉलेज
- 90 स्कूलों में एक भी नए विद्यार्थी का नहीं हुआ दाखिला, नोटिस
बाराबंकी में बीएसए ने छह स्कूलों के मर्जर का आदेश दिया है। इससे स्पष्ट है कि विभाग इस मामले में झूठ बोल रहा है। वे मंगलवार को पत्रकारों से बात कर रहे थे। उन्होंने कहा कि आरटीई
एक्ट में हर बच्चे को शिक्षा के लिए एक किमी. के दायरे में प्राथमिक और तीन किमी. के अंदर उच्च प्राथमिक स्कूल होने की बात है। पर, बेसिक शिक्षा विभाग इसका उल्लंघन कर रहा है। कहा, आप इसका पुरजोर विरोध करेगी। नौ नवंबर को पार्टी पूरे प्रदेश में विरोध- प्रदर्शन करेगी। कहा, यूपी ही नहीं, मध्य प्रदेश, असम, उत्तराखंड और अन्य भाजपा शासित राज्यों में भी ऐसी साजिश हो रही है।