मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की पहल पर उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग ने प्रयागराज में प्रदर्शन कर रहे प्रतियोगी परीक्षा के अभ्यर्थियों की मांगों को ध्यान में रखते हुए बड़ा निर्णय लिया है। मुख्यमंत्री की पहल पर उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग (यूपीपीएससी) ने आगामी पीसीएस (प्रारंभिक) परीक्षा 2024 को एक ही दिन में आयोजित करने का फैसला किया है। इस निर्णय से प्रतियोगी परीक्षा देने वाले लाखों छात्रों को राहत मिली है।
सीएम ने आयोग को दिया निर्देश बीते कुछ दिनों से पीसीएस और अन्य चयन परीक्षाओं को लेकर छात्रों के बीच असंतोष की स्थिति थी। छात्रों की मांग थी कि पीसीएस प्रारंभिक परीक्षा को एक से अधिक पालियों में कराने के बजाय एक ही दिन में कराया जाए। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने छात्रों की इन मांगों का संज्ञान लेते हुए आयोग को निर्देश दिया कि वह छात्रों के साथ संवाद बनाकर जरूरी निर्णय ले। आयोग ने इस पर छात्रों से संवाद किया और मांगों पर विचार करते हुए यह निर्णय लिया कि पीसीएस प्रारंभिक परीक्षा-2024 पूर्व की भांति एक ही दिन में आयोजित की जाएगी। इस फैसले के बाद गदगद छात्रों ने मुख्यमंत्री की खूब सराहना की।
पीसीएस परीक्षा को शहर में केंद्र की बाध्यता खत्म
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- ज्ञान व चेतना का केंद्र बनेंगे पीएम श्री स्कूल
- जनपद स्तरीय कहानी सुनाने की प्रतियोगिता 2024
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लखनऊ, विसं। राज्य सरकार ने पीसीएस भर्ती अभ्यर्थियों की सुविधा ध्यान में रखते हुए परीक्षा केंद्र बनाने का मानक बदल दिया है। पीसीएस भर्ती के लिए परीक्षा केंद्र शहर में ही बनाने के साथ बस स्टैंड, रेलवे स्टेशन, कोषागार की दूरी 10 किमी होने की अनिवार्यता भी खत्म कर दी है लेकिन, सुनिश्चित किया जाएगा कि केंद्र मुख्य मार्ग पर स्थित संस्थाओं में ही बनें। प्रमुख सचिव नियुक्ति-कार्मिक एम देवराज ने गुरुवार को आयोगों, बोर्ड अध्यक्षों को भेजे शासनादेश में कहा कि प्रदेश के विभिन्न भर्ती आयोग, चयन बोर्ड की चयन प्रक्रिया पारदर्शी और शुचितापूर्ण कराने के लिए 19 जून 2024 को दिशा-निर्देश जारी किए थे। प्री परीक्षा टली P12
चयन परीक्षाओं की पारदर्शिता पर विशेष ध्यान आयोग के सचिव ने बताया कि हाल के महीनों में देश के कई हिस्सों में पेपर लीक की घटनाओं को देखते हुए, उत्तर प्रदेश सरकार ने चयन परीक्षाओं की शुचिता और पारदर्शिता सुनिश्चित करने का निर्णय लिया है। इसी कारण, आयोग ने दिसंबर में प्रस्तावित पीसीएस और आरओ/एआरओ परीक्षाओं को एक से अधिक पालियों में आयोजित करने की घोषणा की थी।
हालांकि, छात्रों की मांग और मुख्यमंत्री के हस्तक्षेप के बाद अब पीसीएस प्रारंभिक परीक्षा एक ही दिन में आयोजित की जाएगी।
छात्रों को फायदा फैसले से परीक्षा की तैयारी में जुटे लाखों छात्रों को राहत मिलेगी। परीक्षा एक ही दिन में होने से उन्हें परीक्षा प्रक्रिया में पारदर्शिता और निष्पक्षता का भरोसा मिलेगा। समिति की रिपोर्ट से भविष्य की परीक्षाओं की शुचिता को और अधिक मजबूती मिलेगी।