श्रावस्ती। दिव्यांग बच्चों को शिक्षा की मुख्यधारा में समाहित करना हमारा मुख्य उद्देश्य है। प्रायः हम यह धारणा बना लेते हैं कि दिव्यांग बच्चे अपनी दिव्यांगता के कारण स्कूली शिक्षा प्राप्त नहीं कर सकते लेकिन हमारा भ्रम होता है। यदि इन्हें अवसर दिया जाए तो यह बच्चे भी सामान्य बच्चों की तरह बेहतर प्रदर्शन कर सकते हैं। यह बातें सोमवार को बीआरसी सिरसिया में बीएसए अजय कुमार गुप्ता ने कहीं। खंड शिक्षा अधिकारी राजकिशोर ने कहा कि समग्र शिक्षा अभियान में ऐसे बच्चों के विकास के लिए तमाम योजनाएं संचालित की जा रही हैं। इनके माध्यम से यह बच्चे विद्यालयों में नामांकित होकर शिक्षा प्राप्त कर रहे हैं। एलिम्को कानपुर के सहयोग से उपकरण पाने के बाद इन बच्चों का आत्मविश्वास स्पष्ट दिख रहा है। जिला समन्वयक अजीत कुमार उपाध्याय बताया कि 159 बच्चों को उपकरण देने के लिए पंजीकृत किया गया। कैंप में आलोक शुक्ला, बलवन्त सिंह, बालकृष्ण, प्रदीप कुमार, उमाशंकर, प्रदीप कुमार, चन्द्रेश्वर यादव, अनिल कुमार व मांडवी मिश्रा मौजूद रहीं।
राष्ट्रीय बाल विज्ञान कांग्रेस में चयनित हुईं स्तुति व आस्थाः कटरा (श्रावस्ती)। मध्य प्रदेश के भोपाल जिले में दो से छह जनवरी तक राष्ट्रीय बाल विज्ञान कांग्रेस का कार्यक्रम आयोजित किया जाएगा। इसके लिए इकौना क्षेत्र के कैंपसमार्टिस एकेडमी की छात्रा स्तुति
लाधिकार
राष्ट्रीय बाल विज्ञान कांग्रेस में प्रदेश स्तर पर चयनित स्तुति व आस्था को सम्मानित करते अधिकारी। संवाद
श्रीवास्तव ग्रुप लीडर व सदस्य के रूप में आस्था का चयन किया गया है। सोमवार को चयनित छात्राओं ने डीएम अजय कुमार द्विवेदी से मुलाकात की। इस दौरान डीएम ने कहा कि राष्ट्रीय बाल विज्ञान कांग्रेस का मुख्य उद्देश्य बच्चों को राष्ट्र के भविष्य के प्रति सार्थक सपने संजोने व उन्हें साकार करने के लिए प्रोत्साहित करना है। राष्ट्रीय बाल विज्ञान कांग्रेस कोई प्रतियोगिता नहीं है। यह एक परस्पर सीखने व सिखाने की एक प्रक्रिया है। जिला समन्वयक ने कहा कि इस प्रतियोगिताओं में बच्चे संपूर्ण प्रक्रिया को लिपिबद्ध करके उसे निर्णायकों के समक्ष प्रस्तुत करते हैं। इसके आधार पर उनका चयन किया जाता है। भोपाल में होने वाले कार्यक्रम में छात्राएं अपने मॉडल को प्रस्तुत कर उस पर व्याख्यान देंगी। शिक्षक संतोष पांडेय सहित अन्य लोग मौजूद रहे