लखनऊ। यूपी बोर्ड की परीक्षा के मद्देनजर इस बार परीक्षार्थियों की संख्या में पिछले साल की अपेक्षा कमी आई है। इसी के चलते कक्ष निरीक्षकों की संख्या भी इस बार कम कर दी गई है। इस बार 1.3 लाख परीक्षार्थियों की निगरानी छह हजार कक्ष निरीक्षक करेंगे। वहीं पिछले साल 1.4 लाख परीक्षार्थियों पर 6400 कक्ष निरीक्षकों की तैनाती की गई थी।
बोर्ड परीक्षा की अंतिम सूची फाइनल होने के बाद अब कक्ष निरीक्षकों की तैनाती के लिए प्रधानाचार्यों से विषयवार शिक्षकों की सूची मांगी गई है। मंगलवार को इस संबंध में माध्यमिक शिक्षा विभाग की ओर से केंद्र बने इंटर कॉलेजों को छोड़कर अन्य सभी कॉलेजों में तैनात शिक्षकों का ब्योरा एक सप्ताह में देने के लिए कहा गया है।
परीक्षा में विषयवार शिक्षकों की तैनाती न हो सके इसलिए निजी कॉलेजो को भी सख्त निर्देश दिए गए हैं कि वे अपने यहां से विषय के साथ शिक्षकों का ब्योरा भी उपलब्ध कराएं।
डीआईओएस राकेश कुमार ने बताया कि बोर्ड की ओर से जारी गाइडलाइन के अनुसार कक्ष निरीक्षकों की तैनाती होनी है, इसलिए अभी से शिक्षकों का ब्योरा मांगा गया है। किसी भी शिक्षक की ड्यूटी परीक्षा में नहीं कटेगी, विशेष परिस्थिति में ही ड्यूटी काटी जाएगी, परीक्षा के दौरान सभी शिक्षकों के अवकाश पर भी रोक रहेगी