APAAR ID: सरकारी और निजी स्कूलों में पढ़ने वाले पहली से 12वीं कक्षा तक के छात्रों की जानकारी अब सिर्फ एक क्लिक पर उपलब्ध होगी। इसके अलावा, अगर किसी छात्र की मार्कशीट या अन्य शैक्षणिक दस्तावेज खो जाते हैं, तो अब चिंता की कोई बात नहीं होगी। छात्रों के लिए एक नई योजना के तहत ऑटोमेटिक परमानेंट एकेडमिक अकाउंट रजिस्टर (APAAR ID) बनाने का निर्देश जारी किया गया है। यह पहल भारत सरकार की वन नेशन, वन आईडी योजना का हिस्सा है।
APAAR ID का उद्देश्य और प्रक्रिया

इस योजना की आधिकारिक वेबसाइट apaar.education.gov.in. है। इसी वेबसाइट के माध्यम से छात्रों की APAAR ID का ऑनलाइन पंजीकरण होगा। हालांकि, यह प्रक्रिया छात्रों के स्कूल द्वारा पूरी की जाएगी। सरकारी और निजी दोनों प्रकार के स्कूलों के छात्र इसका लाभ उठा सकेंगे। इस योजना का मुख्य उद्देश्य छात्रों के शैक्षिक दस्तावेजों में पारदर्शिता लाना और दस्तावेजों के सुरक्षित डिजिटलीकरण को सुनिश्चित करना है।
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APAAR ID के फायदे
1. डुप्लीकेट दस्तावेज प्राप्त करने में आसानी
अक्सर छात्रों को अपने शैक्षणिक दस्तावेज खो जाने पर बहुत परेशानियों का सामना करना पड़ता है। उदाहरण के लिए, हरियाणा बोर्ड (HBSE) से डुप्लीकेट मार्कशीट बनवाने के लिए भिवानी स्थित कार्यालय के कई चक्कर लगाने पड़ते हैं। लेकिन APAAR ID के जरिए यह समस्या खत्म हो जाएगी, क्योंकि इसमें छात्रों के सभी शैक्षणिक दस्तावेज डिजिटल रूप में उपलब्ध होंगे।
2. फर्जीवाड़े पर रोक
APAAR ID के माध्यम से फर्जी दस्तावेज बनवाने की संभावनाएं समाप्त हो जाएंगी। इससे न केवल पारदर्शिता बढ़ेगी, बल्कि योग्य उम्मीदवारों को नौकरी पाने में भी आसानी होगी। अब नियोक्ता एक क्लिक में उम्मीदवार की शैक्षणिक जानकारी सत्यापित कर सकते हैं, जिससे फर्जी दस्तावेज के आधार पर नौकरी पाने वालों पर रोक लग सकेगी।
इस योजना के तहत छात्रों को 12 अंकों का यूनिक नंबर मिलेगा। इस यूनिक नंबर के जरिए छात्रों के शैक्षणिक प्रदर्शन, मासिक और वार्षिक परीक्षाओं के परिणाम, उपस्थिति और पीटीएम रिकॉर्ड जैसी सभी जानकारियां डिजिटली उपलब्ध रहेंगी।