लखनऊ। राज्य सरकार प्रदेश के करीब 80 हजार होमगार्ड स्वयंसेवकों को जल्द कर्मचारी भविष्य निधि (ईपीएफ) की सुविधा देने पर विचार कर रही है। होमगार्ड्स एवं नागरिक सुरक्षा राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) धर्मवीर प्रजापति ने शुक्रवार को होमगार्ड्स संगठन के 62वें स्थापना दिवस समारोह के अवसर पर मुख्यालय पर रैतिक परेड का मान प्रणाम ग्रहण करने के बाद कहा कि शासन स्तर पर मंथन के बाद कैबिनेट की मंजूरी लेकर इसे लागू किया जा सकता है। पहले समारोह में बतौर मुख्य अतिथि मुख्यमंत्री योगी
आदित्यनाथ को इसमें आना था, लेकिन किन्हीं कारणवश वह नहीं आ सके।
उन्होंने कहा कि होमगार्ड जवान वर्तमान में सुरक्षा से लेकर चुनाव कराने एवं सामाजिक दायित्वों का निर्वहन भी कर रहे हैं। वर्ष 2017 में होमगार्ड जवानों का वेतन 375 रूपये से बढ़ाकर 500 रूपये किया गया था। वर्तमान में 918 रुपये रोजाना दैनिक भत्ता दिया जा रहा है। वर्दी भत्ता से लेकर अंतरजनपदीय भत्ता भी मिल रहा है। इसके अलावा दुर्घटना की स्थिति में 5 लाख रुपये विभागीय अनुग्रह राशि एवं बैंक में बीमा के
माध्यम से 35-40 लाख रुपये तक मिल रहा है। उन्होंने कहा कि महाकुंभ में 14 हजार से अधिक होमगार्ड जवान अपनी सेवाएं देंगें। मुख्यमंत्री से वार्ता कर जवानों की ट्रेनिंग 45 दिन से बढ़ाकर 90 दिन करने का अनुरोध किया गया था, जिसकी उन्होंने मंजूरी दे दी है। वहीं अपर मुख्य सचिव होमगार्ड बीएल मीणा ने कहा कि थाना हो या तहसील, हर जगह होमगार्ड जवानों की डिमांड रहती है। वर्तमान में 40 से अधिक विभागों द्वारा होमगार्ड जवानों की सेवाएं प्राप्त करने के लिए डिमांड आ रही है। ब्यूरो