अम्बेडकरनगर, । परिषदीय विद्यालयों के अलावा एएनम सेंटर और अन्य सरकारी उपक्रमो मेें सफाई को लेकर नानुकुर करने वाले सफाई कर्मियों पर नकेल कस दी गयी है। निदेशक पंचायती राज के दिये गये निर्देश के बाद सफाई कर्मियों की निगरानी बढ़ेगी। जो सफाई कर्मचारी निर्धारित स्थलों की सफाई व्यवस्था सुनिश्चित नहीं करेंगे उनके खिलाफ कड़ा एक्शन लिया जायेगा। राजस्व ग्राम में तैनात सफाई कर्मचारी गांव की गली और नालियों में तो जैसे तैसे सफाई करते हैं मगर सरकारी उपक्रमों में सफाईकरने से साफ तौर पर बचते हैं।
ऐसे में न सिर्फ विद्यालय बल्कि एएनएम सेंटर आदि स्थानों पर अफसरों के निरीक्षण के समय गंदगी मिलने पर अध्यापकों को कार्रवाईका शिकार होना पड़ जाता है। अध्यापकों के तर्क दिए जाने के बाद भी कोई समाधान नही निकलता है। अब निदेशक की ओर से जो दिशा निर्देश दिये गये हैं उसके आधार पर सफाई कर्मचारियों की जवाबदेही सुनिश्चित कर दी गयी है। सफाईकर्मचारी राजस्व गांव में खरंजा, नाली, नाले और पंचायत भवन के साथ ग्रामीण, मेला स्थल, पशु बाजार, एएनएम सेंटर, सामुदायिक और स्कूल शौचालय, विद्यालय परिसर, खेलकूद मैदान, हैंडपंप, नलकूप स्थल के आस पास और अन्य सार्वजनिक स्थलों पर सफाई कार्य करेंगे।
इसके अलावा बेसिक शिक्षा परिषद के संचालित विद्यालयों के भीतर परिषद की सफाई का दायित्व सफाई कर्मियों को दिया गया है। डीपीआरओ को निर्देश दिये गये हैं कि सफाई कर्मचारियों को इस कार्य के लिए दिशा निर्देश देकर साफ सफाई की व्यवस्था सुनिश्चित कराएं। माना जा रहा है कि सख्ती के बाद अब काम करने का ढर्रा बदलेगा। जिला पंचायत राज अधिकारी अवनीश श्रीवास्तव ने कहा कि निदेशक के आदेश से कम में सभी एडीओ पंचायत और सेक्रेटरी को कड़ाई से पालन कराने का निर्देश दिया गया है।