लखनऊ। प्रदेश में राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 के तहत पूर्व प्राथमिक शिक्षा में मूलभूत साक्षरता के लिए व्यापक स्तर पर काम किया जा रहा है। इसी के तहत शिक्षा मंत्रालय ने निपुण भारत मिशन में आंगनबाड़ी केंद्रों में नामांकित पांच से छह साल के बच्चों के लिए लक्ष्य निर्धारित किए हैं। इन लक्ष्यों को पाने के लिए स्कूल रेडीनेस कार्यक्रम नए साल में अब दो चरणों में चलाया जाएगा।
पहले चरण में को-लोकेटेड आंगनबाड़ी केंद्रों में पांच से छह साल के बच्चों के लिए और दूसरे चरण में पहले से चल रहे कार्यक्रम के तहत कक्षा एक में नवप्रवेशी बच्चों के लिए चलाया जाएगा। पहले चरण का कार्यक्रम 20 जनवरी से 19 अप्रैल 2025 तक चलेगा। राज्य शैक्षिक अनुसंधान एवं प्रशिक्षण परिषद (एससीईआरटी) द्वारा संबंधित डायट के सहयोग सेविभिन्न गतिविधियां कराई जाएंगी। महानिदेशक स्कूल शिक्षा कंचन वर्मा ने सभी बीएसए को निर्देश दिया है कि इसके तहत सर्वे में बच्चों की भाषा, आरंभिक दक्षता व पर्यावरण से संबंधित चीजों की जानकारी का मूल्यांकन किया जाएगा।
इसी आधार पर आगे सुधारात्मक कार्यक्रम भी चलाए जाएंगे।