लखनऊ, । मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा है कि युवाओं को उनकी योग्यता और कौशल के अनुसार समयबद्ध तरीके से रोजगार मुहैया कराया जाए। वन ट्रिलियन डॉलर इकोनॉमी बनाने के कार्यों को और गति देने के लिए विषय विशेषज्ञों का सहयोग भी लिया जाए। इससे नये भारत का नया उत्तर प्रदेश इकोनॉमिक ग्रोथ के साथ नए रोजगार के अवसर उपब्लध कराने में अहम भूमिका निभाएगा।
मुख्यमंत्री ने गुरुवार को अपने आवास पर रोजगार सृजन के मुद्दे पर हुई बैठक में ये निर्देश दिए। मुख्यमंत्री के समक्ष विभिन्न विभागों के अधिकारियों, संस्थान के प्रतिनिधियों ने रोजगार सृजन की संभावनाओं और योजनाओं का प्रस्तुतिकरण किया। इस दौरान मुख्यमंत्री ने अफसरों को अपने-अपने विभाग में ठोस कार्य योजना के अनुरूप रोजगार सृजन के निर्देश दिये।
बसों की संख्या बढ़ाने के साथ नए रूट तैयार करें
मुख्यमंत्री ने कहा कि महाकुम्भ-25 धर्म, अध्यात्म,संस्कृति का समागम है। इसमें रोजगार, कौशल विकास, ज्ञान-तकनीक पर विचार विमर्श होना चाहिये। इससे रोजगार सृजन की संभावनाओं और वन ट्रिलियन डॉलर इकोनॉमी के कार्यों को नई दिशा मिलेगी। हर जिले में सुपर स्पेशलिटी हॉस्पिटल बनाने और टेलीमेडिसिन के कार्यों को और गति देनी होगी। बसों की संख्या, नये रूट बनाने के निर्देश दिए।
सीएम हर तीन माह में इकोनॉमी की कर रहे समीक्षा
बैठक में मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश के युवाओं को योग्यता, कौशल अनुसार समयबद्ध तरीके से रोजगार देना सरकार की प्राथमिकता में है। ऐसे में स्थानीय संसाधनों का उपयोग कर ज्यादा से ज्यादा रोजगार के मौके बनाए जाएं। सरकार उत्तर प्रदेश को वन ट्रिलियन डॉलर इकोनॉमी बनाने के लिए सेक्टरवाइज कार्य कर रही है। इसके लिए 10 सेक्टर में बांटकर काम किए जा रहे हैं। इन सेक्टर्स के साथ प्रदेश के सभी विभागों को इंटीग्रेट किया गया। इन कार्यों की समीक्षा हर तीन महीने में मुख्यमंत्री द्वारा स्वयं की जाती है। हर माह संबंधित मंत्री द्वारा समीक्षा की जाती है। 15 दिन में विभाग के प्रशासनिक प्रमुख हो रहे काम की समीक्षा करते हैं।
मुख्यमंत्री ने कहा कि वन ट्रिलियन डॉलर इकोनॉमी बनाने के कार्यों की सीएम डैशबोर्ड द्वारा निगरानी की जा रही है। सीएम डैशबोर्ड का निरीक्षण का आग्रह किया जाए ताकि उन्हें प्रदेश सरकार की कार्यशैली से अवगत कराया जा सके।