प्रयागराज। पीसीएस-जे 2022 भर्ती में गड़बड़ियों की जांच के लिए न्यायिक आयोग गठित किए जाने के दूसरे दिन प्रतियोगी छात्र संघर्ष समिति ने राज्यपाल से उप्र लोक सेवा आयोग अध्यक्ष संजय श्रीनेत को बर्खास्त करने की राष्ट्रपति से सिफारिश करने की मांग की है। समिति ने सोशल मीडिया पर इसका अभियान भी छेड़ा है।
दो दिन पहले ही इलाहाबाद हाईकोर्ट ने पूर्व मुख्य न्यायाधीश गोविंद माथुर की अध्यक्षता में न्यायिक आयोग का गठन किया है। आयोग को 31 मई-25 तक अपनी रिपोर्ट देनी है। आयोग पीसीएस-जे की भर्तियों में अनियमितता और भ्रष्टाचार के आरोपों की जांच करेगा।
प्रतियोगी छात्र संघर्ष समिति के अध्यक्ष अवनीश पांडेय और मीडिया प्रभारी प्रशांत पांडेय ने आयोग अध्यक्ष श्रीनेत को बर्खास्त करने की मांग को लेकर राज्यपाल को पत्र लिखा है। इसमें अध्यक्ष की बर्खास्तगी की राष्ट्रपति से सिफारिश करने का अनुरोध किया गया है।
समिति ने कहा है कि वर्तमान अध्यक्ष के कार्यकाल में पेपर लीक तो हुए ही हैं, अन्य भर्तियों में भी तमाम गड़बड़ियां सामने आई हैं। इसके विरोध में प्रतियोगियों को आंदोलन भी चलाने पड़े हैं। प्रतियोगियों ने अध्यक्ष की बर्खास्तगी को लेकर सोशल मीडिया पर अभियान भी शुरू कर दिया है