अमरोहा। यूपी बोर्ड वर्ष 2025 की प्रयोगात्मक परीक्षा को लेकर भी विशेष तैयारी की जा रही है। प्रयोगात्मक परीक्षा में पारदर्शिता लाने के लिए शिक्षा परिषद की ओर से एप जारी किया गया है। एप के जरिए परीक्षक कॉलेज से ही छात्रों को परीक्षा के अंक दे सकेंगे। इससे परीक्षकों अथवा स्कूल के जिम्मेदारों की मनमानी पर कहीं न कहीं रोक लग सकेगी।
यूपी बोर्ड परीक्षा जैसे-जैसे नजदीक आ रही है, वैसे-वैसे तैयारियों को धार दी जा रही है। यूपी बोर्ड की ओर से प्रयोगात्मक परीक्षा पर भी फोकस किया जा रहा है। अभी तक प्रयोगात्मक परीक्षा के दौरान बोर्ड से आने वाले परीक्षक एक फार्म पर परीक्षा के अंक भरकर परिषद कार्यालय भेजते रहे। परिषद की ओर से इन अंकों को फाइनल रिजल्ट में जोड़ा जाता है। यह भी सामने आता रहा है कि कॉलेज प्रबंधन प्रयोगात्मक परीक्षा में मनमानी करते हुए परीक्षकों को प्रभावित करता रहा है। अब इस पर नकेल कसने के लिए कड़ा कदम उठाया है।
यूपी बोर्ड की ओर से एप लांच किया गया है, उसकी खासियत है कि परीक्षा केंद्र के 200 मीटर दायरे
से बाहर जाने पर एप काम नहीं करेगा। इससे परीक्षकों को परीक्षा केंद्र से परीक्षार्थियों को एप के माध्यम से पोर्टल पर अंक देने होंगे। परीक्षकों को एप पर ही ऑनलाइन पासवर्ड उपलब्ध कराया जाएगा। जनपद के 71 केंद्रों पर स्कूलों में 51058 छात्र-छात्राएं पंजीकृत हैं। जिनका परीक्षकों को मूल्यांकन नंबर एप पर ही भरना होगा
प्रधानाचार्य करेंगे वीडियो रिकॉर्डिंग
■ परीक्षा के दौरान वायवा लेते परीक्षकों की वीडियो रिकार्डिंग भी की जाएगी। प्रधानाचार्य इसकी जिम्मेदारी संभालेंगे। इससे परीक्षकों पर भी निगरानी हो सकेगी कि वह केंद्र पर आए हैं या नहीं। प्रधानाचार्य रिकार्डिंग को बोर्ड में भी भेजेंगे। परीक्षा के लिए परीक्षक की ड्यूटी लगाने में भी सख्ती बरती जाएगी। बोर्ड उसी शिक्षक की परीक्षक के रूप में ड्यूटी लगाएगा। जिसके पास संबंधित विषय की अर्हता हो।
वर्ष 2025 की प्रयोगात्मक परीक्षा में यूपी बोर्ड ने एप के माध्यम से परीक्षार्थियों को अंक देने की नई व्यवस्था शुरू की है। इससे प्रायोगिक परीक्षा में विशेष सतर्कता बरती जाएगी। जिससे परीक्षक या स्कूल प्रबंधकों की मनमानी नहीं चल सकेगी। वीपी सिंह, डीआईओएएस