लखनऊ। प्रदेश के स्कूली विद्यार्थियों की शैक्षिक क्षमता के मूल्यांकन के लिए शिक्षा मंत्रालय की ओर से परख राष्ट्रीय सर्वे का आयोजन बुधवार को देशभर में किया गया। इसी क्रम में प्रदेश में 9500 विद्यालयों में कक्षा तीन, छह व नौ के लगभग 2.45 लाख (92 फीसदी) छात्र इसमें शामिल हुए। इस परीक्षा के आधार पर प्रदेशों की रैंकिंग भी जारी की जाएगी।
- दस हजार विद्यार्थियों को 12-12 सौ रुपये का इंतजार
- चेतावनी : 07 दिन में पूरा करना होगा अपार आईडी का कार्य, नहीं तो रुकेगा वेतन
- 69,000 का ब्रिज कोर्स जल्द शुरू होगा
- आपत्तिजनक टिप्पणी पर दो शिक्षक निलंबित
- शिक्षिका ने जांच टीम पर उठाए सवाल, दूसरे ब्लॉक में संबद्धीकरण की मांग
शिक्षा मंत्रालय की ओर से छात्रों की विभिन्न स्तर पर भाषा, गणित, सामाजिक विज्ञान व विज्ञान विषय के पठन-पाठन के स्तर के मूल्यांकन के लिए इस परीक्षा का आयोजन किया जाता है।
यह ओएमआर आधारित टेस्ट था। इसमें प्रदेश के कुल 2.67 लाख में से 2.45 विद्यार्थी शामिल हुए। परीक्षा को लेकर राज्य शैक्षिक अनुसंधान एवं प्रशिक्षण परिषद (एससीईआरटी) की ओर से आवश्यक तैयारियां की गई थीं।
प्रदेशभर में लगभग 10 हजार पर्यवेक्षक तैनात किए गए थे। जबकि हर जिले में एक अधिकारी को विशेष पर्यवेक्षक बनाया गया था। इसी क्रम में एससीईआरटी के संयुक्त निदेशक डॉ. पवन सचान ने कानपुर नगर के चौबेपुर ब्लॉक के कंपोजिट विद्यालय का औचक निरीक्षण किया। यहां 18 पंजीकृत में से सभी बच्चे परीक्षा में उपस्थित थे। इसी तरह अपर परियोजना निदेशक राजेंद्र प्रसाद ने बाराबंकी, अपर राज्य परियोजना निदेशक विष्णुकांत पांडेय ने गाजियाबाद में परीक्षा का औचक निरीक्षण कर व्यवस्था देशी। एससीईआरटी निदेशक डॉ. गणेश कुमार ने बताया कि परीक्षा पूरी तरह से शांतिपूर्ण और व्यवस्थित हुई।