अमृत विचार : पल्स पोलियो अभियान के तहत 8 दिसंबर को 18 प्राथमिक विद्यालय बंद मिलने पर पूरे स्टाफ का वेतन रोक दिया गया है। बीएसए ने सीएमओ की ओर से आए पत्र का संज्ञान लेते हुए सभी का स्पष्टीकरण भी तलब किया है। पल्स पोलियो अभियान के तहत सभी प्राइमरी स्कूलों को खोलने और मिड डे मील बनवाने के आदेश दिए गए थे। इन स्कूलों में पोलियो बूथ बनाए गए थे लेकिन 18 स्कूलों को स्टाफ ने बंद रखा। जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी संजय सिंह ने स्कूलों को बंद रखने के मामले को जिलाधिकारी के निर्देशों की अवहेलना मान और कहा कि राष्ट्रीय कार्यक्रम के प्रति उदासीनता बरती गई है।
विद्यालय बंद होने के कारण
• 8 दिसंबर को पल्स पोलियो बूथ के दिन बंद मिले थे ये विद्यालय
शासन के अत्यंत महत्वपूर्ण कार्यक्रम में बाधा उत्पन्न हुई है। बीएसए की ओर से 11 दिसंबर को जारी हुए आदेश में कहा गया है कि स्कूल बंद पाया जाना पदीय दायित्वों के प्रति लापरवाही, उदासीनता और उच्चाधिकारियों के आदेशों की अवहेलना है। उन्होंने प्राथमिक विद्यालय राम नगला, कालियां, मठिया डांडी, सब्जीपुर खाता, पिपरिया, आलमपुर गजरौला, उच्च प्राथमिक विद्यालय आलमपुर गजरौला, प्राथमिक विद्यालय भुता, बवूरी, अटंगा चांदपुर, नकटी नारायनपुर, हरैया, दबोरा, अठयन, नूरपुर बुजुर्ग, रिछा, सोना और टांडा में कार्यरत पूरे स्टाफ का उस दिन का वेतन रोक दिया है और सभी से तीन दिन में स्पष्टीकरण मांगा है।
बरेली-दिनांक 08 दिसम्बर 2024 को पोलियो बूथ दिवस पर निम्नांकित विद्यालय बन्द पाये गये, पूरे स्टाफ पर हुई यह कार्रवाई