बेसिक शिक्षा विभाग में शिक्षकों को अब अपने अधिकार के लिए भी सुविधा शुल्क देना पड़ रहा है। विभाग में भ्रष्टाचार इस कदर हावी हो चुका है कि बिसरख ब्लॉक के शिक्षक से चाइल्ड केयर लीव (सीसीएल) की स्वीकृति करने के लिए पैसे मांगे गए। इसका ऑडियो वायरल होने के बाद विभाग में खलबली मच गई है। आनन फानन में मामले की जांच डायट के वरिष्ठ प्रवक्ता को सौंपी गई है। यह हाल तब है जब शासन का स्पष्ट आदेश है कि शिक्षकों को तीन माह के लिए सीसीएल दी जाएगी।
जनपद का सबसे हाइटेक ब्लॉक बिसरख को माना जाता है। हाल ही में ब्लॉक संसाधन केंद्र (बीआरसी) का एक वीडियो भी वायरल हुआ था, जिसमें छात्रों को बांटने की दवाईयों को कबाड़ी को देने का आरोप था। अब फिर से एक बार वहां का ऑडियो वारयल हो रहा है, जिसमें शिक्षक से सीएलएल पास कराने का पैसा मांगा जा रहा है। ऑडियो वायरल होने के बाद प्राथमिक शिक्षक संघ के जिलाध्यक्ष प्रवीन शर्मा का कहना है कि शिक्षकों का शोषण बर्दशत नहीं किया जाएगा। बच्चों की देखभाल के लिए छुट्टी लेना उनका हक है। यदि संबंधित के खिलाफ कार्रवाई नहीं की गई तो शिक्षक संघ शासन से शिकायत करेगा।
80 प्रतिशत जनपद में महिलाएं
जनपद के चारों ब्लॉक के 511 स्कूलों में करीब 80 प्रतिशत महिलाएं पढ़ा रही हैं। हर ब्लॉक के स्कूलों की महिला शिक्षक सीसीएल के लिए आवेदन करती हैं,लेकिन उनसे सुविधा शुल्क लिया जा रहा है। शिक्षकों ने नाम न छापने की शर्त पर बताया कि पूर्व बीएसए के कार्यकाल में पैसे नहीं लिए जाते थे। फिर से पैसे मांगे जा रहे हैं। जो सरासर गलत है।
ऑडियो के आधार पर संबंधित का ब्लॉक बदल दिया गया है। मामले की जांच डायट के वरिष्ठ प्रवक्ता कर रहे हैं। जांच की रिपोर्ट आने के बाद कड़ी कार्रवाई की जाएगी। – राहुल पंवार,बेसिक शिक्षा अधिकारी
ऑडियो की जांच की जा रही है। शिकायतकर्ता से शपथपत्र मांगा गया है। जांच पूरी होने के बाद रिपोर्ट सौंपी जाएगी। – कमल सिंह, वरिष्ठ प्रवक्ता डायट