यूपी के बरेली में एक इंटर कॉलेज की टीचर ने प्रिंसिपल पर उन्हें दो घंटे तक कैंपस में बंधक बनाकर बैठाने का आरोप लगाया है। शिक्षिका का कहना है कि पुलिस के आने के बाद वह कॉलेज से बाहर निकल पाईं। प्रबंधन ने आरोप को बेबुनियाद बताते हुए उल्टा शिक्षिका पर ही प्रधानाचार्य को दो घंटे तक तथाकथित रूप से बंधक बनाने की बात कही है।
ममता त्रिपाठी गर्ल्स इंटर कॉलेज में नागरिक शास्त्र की प्रवक्ता हैं। उनका प्रबंधन से विवाद चल रहा है। ममता का कहना है कि प्रबंध समिति ने एक जांच कमेटी बनाई है। कमेटी ने 30 दिसंबर को उन्हें प्रस्तुत होने का निर्देश दिया है। इस संबंध में प्रबंध समिति का पत्र रिसीव करने स्कूल गई थीं। उन्होंने आरोप लगाया कि प्रधानाचार्य ने पहले तो बिना पत्र पढ़े ही रिसीविंग का दबाव बनाया। बड़ी मुश्किल से पत्र दिया। रिसीव करने से पहले ही वह पत्र छीन कर भाग गईं।
उन्होंने पत्र मांगा तो पत्र भी नहीं दिया और करीब दो घंटे तक जबरन बैठा कर रखा गया। कॉलेज कैंपस से बाहर नहीं निकलने दिया गया। इसी बीच मॉडल टाउन चौकी इंचार्ज कॉलेज में पहुंच गए। उनके पूछने पर पूरा प्रकरण बताया। चौकी इंचार्ज के हस्तक्षेप के बाद प्रधानाचार्य ने कहा कि पत्र रजिस्टर्ड डाक से भेज दिया है। पुलिस के पहुंचने पर मैं कॉलेज से बाहर निकल पाई। ममता ने स्कूल प्रबंधन और प्रधानाचार्य पर शोषण का आरोप लगाया है।
प्रबंधक बोले-हमने नहीं, शिक्षिका ने बनाया प्रिंसिपल को बंधक
इस बारे में प्रबंधक आनंद मोहन सिंह ने कहा कि आरोप झूठे हैं। शिक्षिका ने कॉलेज में आकर दो घंटा बिना बात हंगामा किया। दो घंटे तक प्रधानाचार्य को तथाकथित रूप से बंधक बनाकर कोई कार्य नहीं करने दिया। हमने पुलिस बुलाकर उनको बाहर किया ताकि पीसीएस परीक्षा की तैयारी पूरी की जा सके।