प्रयागराज। फर्जीवाड़ा रोकने व सुरक्षा की दृष्टि से यूपी बोर्ड की दसवीं और बारहवीं की मार्कशीट में बड़े बदलाव किए जाएंगे। ए- फोर साइज की मार्कशीट धूप और छांव में अलग-अलग रंग में दिखेगी। इतना ही नहीं उस पर पानी का असर नहीं होगा और न ही फाड़ा जा सकेगा।
अभी छोटे आकार की मार्कशीट मिलती है। इसके विपरीत कंटेंट काफी अधिक होते हैं। इसे देखते हुए आगे से ए-फोर साइज की मार्कशीट बनाने का निर्णय लिया गया है। इसमें ऐसे इनपुट तथा मोनोग्राम, होंगे जिसकी वजह से धूप में ले जाने
पर यह लाल रंग की दिखेगी। वहीं, छांव में सामान्य रंग हो जाएगा।
मार्कशीट के साथ छेड़छाड़ नहीं हो सकेगी और न ही इसे नष्ट किया जा सकेगा। मार्कशीट को खुरचकर ओवरराइटिंग नहीं हो पाएगी। इसे न तो फाड़ा जा सकेगा और न ही यह पानी में गलेगी। मार्कशीट में कुछ ऐसे फीचर भी होंगे जिन्हें सिर्फ अल्ट्रा वॉयलट किरणों से देखा जा सकेगा। इस पर वाटर मार्क होंगे।
बोर्ड के सचिव भगवती सिंह का कहना है कि ए-फोर स्टैंडर्ड साइज है। सभी बोर्ड की मार्कशीट इसी साइज में होती है। ए-फोर साइज की मार्कशीट से लुक अच्छा होगा
घर बैठे नहीं दे पाएंगे प्रायोगिक परीक्षाओं के नंबर
■ यूपी बोर्ड की प्रायोगिक परीक्षाओं में परीक्षक अब घर बैठकर ही पोर्टल पर ऑनलाइन नंबर नहीं दे पाएंगे। उन्हें संबंधित स्कूल में जाना होगा। बोर्ड की ओर से जीरो फेसिंग की व्यवस्था लागू की गई है। इसके बाद 200 मीटर की परिधि में रहकर ही ऑनलाइन नंबर दिए जा सकेंगे। बोर्ड की प्रायोगिक परीक्षाएं दो चरणों में 23 जनवरी से आठ फरवरी के बीच होंगी। परीक्षा के बाद परीक्षक को बोर्ड के पोर्टल पर विद्यार्थियों के नंबर दर्ज करने होते हैं लेकिन शिकायत मिल रही थी कि कई परीक्षक संबंधित विद्यालय ही नहीं जाते। घर पर बैठकर ही पोर्टल पर नंबर भर देते हैं। इसे देखते हुए बोर्ड की ओर से जीरो फेसिंग की व्यवस्था लागू की गई है। सचिव भगवती सिंह ने बताया कि अब परीक्षक घर से ऑनलाइन नंबर दर्ज नहीं कर पाएंगे। नई व्यवस्था के तहत परीक्षा केंद्र की 200 मीटर की परिधि के बाहर पोर्टल नहीं खुलेगा। इस दायरे में आकर ही पोर्टल पर नंबर दर्ज किए जा सकेंगे
यूपी बोर्ड : मार्क्सशीट में होंगे कई बड़े बदलाव
प्रयागराज। फर्जीवाड़ा रोकने व सुरक्षा की दृष्टि से यूपी बोर्ड की 10वीं और 12वीं की मार्क्सशीट में बड़े बदलाव होंगे। ए-फोर साइज की मार्क्सशीट धूप-छांव में अलग-अलग रंग में दिखेगी। इस पर न पानी का असर होगा और न ही फाड़ा जा सकेगा। अभी छोटे आकार की मार्क्सशीट मिलती है। कंटेंट काफी अधिक होते हैं। इसे देखते हुए आगे से ए-फोर साइज की मार्क्सशीट बनाने का निर्णय लिया गया है। इसमें ऐसे इनपुट तथा मोनोग्राम, होंगे जिससे धूप में ले जाने पर यह लाल रंग की दिखेगी। छांव में सामान्य रंग हो जाएगा। न छेड़छाड़ हो सकेगी और न ही इसे नष्ट किया जा सकेगा। खुरचकर ओवरराइटिंग भी नहीं हो पाएगी। इसे न तो फाड़ा जा सकेगा और न ही यह पानी में गलेगी। मार्क्सशीट में कुछ ऐसे फीचर भी होंगे जिन्हें सिर्फ अल्ट्रा वॉयलट किरणों से ही देखा जा सकेगा