नई दिल्ली, । दूरसंचार विभाग (डीओटी) ने मंगलवार को कहा कि सभी दूरसंचार कंपनियां विदेश से फोन आने पर मोबाइल स्क्रीन पर ‘इंटरनेशनल कॉल’ प्रदर्शित करें। विभाग ने मंगलवार को जारी एक आधिकारिक जानकारी में कहा कि विभाग चाहता है कि सभी कंपनियां इस संबंध में कदम उठाएं ताकि साइबर धोखाधड़ी पर लगाम लगाई जा सके। मोबाइल कंपनी एयरटेल ने पहले ही ऐसा करना शुरू कर दिया है और अन्य कंपनियां भी इसके लिए कोशिश कर रही हैं।
दूरसंचार विभाग की एक टास्क फोर्स ने इस संबंध में सिफारिश की थी। विभाग ने इसका गठन विदेश से आने वाली धोखाधड़ी वाली कॉल से निपटने के लिए किया था।
95 फीसदी से ज्यादा कम हुए धोखाधड़ी वाले फोन : दूरसंचार विभाग ने बताया कि पहले विदेशों से आने वाले धोखाधड़ी वाले फोन कॉलर आईडी पर भारतीय नंबर के रूप में दिखाई देते थे।
धोखाधड़ी वाली कॉल का पता चलेगा : नई प्रणाली ‘इंटरनेशनल इनकमिंग स्पूफ्ड कॉल्स प्रिवेंशन सिस्टम’ ने इसे पहचाना और इन नंबरों को ब्लॉक किया। अक्तूबर तक रोज ऐसे 13.5 करोड़ फोन आते थे लेकिन, दिसंबर में इनकी संख्या 95.6 फीसदी तक घटकर केवल छह लाख रह गई। विभाग ने बताया कि यह प्रणाली फोन उठाए जाने से पहले ही धोखाधड़ी वाली कॉल का पता लगा सकती है और उन्हें ब्लॉक कर सकती है।
इन नंबरों से सावधान
दूरसंचार विभाग ने चेतावनी दी है कि अब स्कैमर्स सरकारी अधिकारी बनकर ऐसे कॉल कर रहे हैं। इन नंबरों की शुरुआत +8, +85 और +65 से होती है।