प्राथमिक शिक्षक प्रशिक्षित स्नातक एसोसिएशन ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को पत्र भेजकर परिषदीय विद्यालयों में भारतीय संस्कृति से संबंधित प्रमुख पर्वों की छुट्टियां फिर से बहाल करने की मांग की है। संघ के प्रांतीय अध्यक्ष विनय कुमार सिंह ने बताया है कि कुछ अधिकारियों ने पर्वों का महत्व जाने बिना ही पूर्व में कई पर्वों की छुट्टियों को रद्द कर दिया है।
इसके कारण समाज में सरकार की छवि सनातन विरोधी बन रही है। मौनी अमावस्या, भैयादूज, जमात उल विदा (अलविदा), नाग पंचमी, अनंत चतुर्दशी, पितृ विसर्जन, नवरात्रि पहले दिन की छुट्टी पूर्व में होती थी। किंतु अधिकारियों ने बिना इन पर्वों का महत्व जाने इनको रद्द कर दिया।
उन्होंने कहा कि इसके कारण शिक्षक व बच्चे अपने पारिवारिक, सामाजिक एवं धार्मिक दायित्वों का निर्वहन नहीं कर पा रहे हैं। ऐसे में इस तथ्य की जांच की जानी चाहिए कि इन बड़े पर्वों के अवकाश को क्यों समाप्त किया गया। उन्होंने मांग की है कि बेसिक शिक्षा परिषद की 2025 की अवकाश तालिका में इन पर्वों पर अवकाश घोषित किया जाए।