प्रयागराज : यूपी बोर्ड परीक्षा के हाईस्कूल व इंटरमीडिएट का फर्जी अंकपत्र तैयार करना अब आसान नहीं होगा। यूपी बोर्ड सचिव भगवती सिंह ने वर्ष 2025 की हाईस्कूल एवं इंटरमीडिएट परीक्षाफल के उपरांत दिए जाने वाले अंकपत्रों को लेकर बड़े बदलाव की योजना तैयार की है। इसमें अंकपत्र का आकार-प्रकार दोनों बदल जाएगा। ए-फोर आकार में नान टियरबेल (न फटने वाले) पेपर पर तैयार किए किए जाने वाले अंकपत्र को फाड़ नहीं सकते। पानी में भीगने पर भी फटेगा नहीं। दीमक इसे नष्ट नहीं कर सकेंगे। परीक्षार्थी का अनुक्रमांक अंकों के साथ पहली बार शब्दों में भी लिखा जाएगा।
यूपी बोर्ड की वर्ष 2025 की हाईस्कूल एवं इंटरमीडिएट परीक्षा में कुल 54,38,597 छात्र-छात्राएं पंजीकृत हैं। परीक्षा में सम्मिलित होने वाले छात्राओं को इस बार बड़े आकार में ऐसा अंकपत्र मिलेगा, जिसे तमाम कोशिशों के बावजूद कोई हाथ से फाड़ नहीं सकेगा।
बरसात में भीगने से भी यह नष्ट नहीं होगा। अभी तक यह ए-फोर से छोटे आकार में होता था। अंकपत्र छात्र-छात्राओं के लिए महत्वपूर्ण अभिलेख होता है, इसलिए ऐसा बनाया जा रहा है, जो कभी नष्ट नहीं होगा। फर्जी तरीके से अंकपत्र छाप लेने की घटनाओं को देखते हुए इस बार सुरक्षा की दृष्टि से कई नए फीचर प्रयोग किए जा रहे हैं। बैकग्राउंड में माइक्रो लेटर प्रयुक्त होंगे। इसमें प्रयुक्त वाटरमार्क पराबैगनी किरणों (अल्ट्रावाइलेट यानी यूवी रेज) से दिखाई देगा। अंकपत्र में हाई रेजोल्यूशन बार्डर पहली बार प्रयुक्त होगा। नया अंकपत्र एंटीकापी डिजायन किया जा रहा है। इसकी कलर फोटो कापी किए जाने पर उसमें डिजायन नहीं आएगी। इसमें लगाया गया उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षा परिषद का मोनोग्राम धूप में देखने पर दिखाई देगा, लेकिन छाया में दिखाई नहीं देगा। इसे इंद्रधनुष (रेनबो) कलर में तैयार किया जाएगा। इसमें इरेज प्रोटेक्शन का भी प्रयोग किया गया है।