सिंगरौली : मध्य प्रदेश के सिंगरौली जिले के देवसर में कार्यरत एसडीएम अखिलेश सिंह के पुत्र प्रोबेशनरी आइपीएस अधिकारी हर्षवर्धन सिंह की रविवार शाम कर्नाटक में सड़क हादसे में मौत हो गई।
वह प्रशिक्षण पूरा करने के बाद सरकारी वाहन से हासन जिले के वर्धन होलेनरसीपुर में परिवीक्षाधीन एएसपी के पद पर चार्ज लेने जा रहे थे। उन्हें सोमवार को पदभार ग्रहण करना था। हर्षवर्धन के निधन पर कर्नाटक के मुख्यमंत्री सिद्दारमैया ने एक्स पर पोस्ट कर शोक-संवेदना व्यक्त की और लिखा, प्रोबेशनरी आइपीएस अधिकारी की मौत की खबर सुनकर दुख हुआ।
ऐसा तब नहीं होना चाहिए, जब वर्षों की कड़ी मेहनत रंग ला रही थी। बता दें कि एसडीएम अखिलेश सिंह मूलतः बिहार के सहरसा जिले में फतेहपुर पड़रिया गांव के रहने वाले हैं, लेकिन मध्य प्रदेश प्रशासनिक सेवा में आने के बाद करीब ढाई दशक से रीवा में रह रहे हैं। हर्षवर्धन सिंह का चयन वर्ष 2023 में आइपीएस में हुआ था। उन्हें कर्नाटक कैडर आवंटित हुआ था। कुछ दिन पहले ही उनका मैसूरु स्थित कर्नाटक पुलिस अकादमी में प्रशिक्षण पूरा हुआ। सोमवार को उन्हें चार्ज लेना था, इसलिए वह रविवार को जिला सशस्त्र रिजर्व के सरकारी वाहन से मैसूरु से हासन रवाना हुए थे। हासन-मैसूरु राजमार्ग स्थित किट्टाने सीमा के पास वाहन का टायर फट गया व पेड़ से जा भिड़ा। हर्षवर्धन के सिर में गंभीर चोट आई।
चालक भी घायल हुआ। हर्षवर्धन को हासन स्थित अस्पताल ले जाया गया, लेकिन चिकित्सक उन्हें बचा नहीं सके। घटना की सूचना मिलते ही पिता अखिलेश सिंह और स्वजन हासन पहुंच गए। पोस्टमार्टम के बाद वे सोमवार शाम विमान से हर्षवर्धन का शव बेंगलुरु से पटना ले गए। सहरसा जिले के सोनबरसा राज थाना क्षेत्र स्थित पैतृक फतेहपुर पड़रिया गांव में हर्षवर्धन का अंतिम संस्कार मंगलवार को होगा।
पहले प्रयास में पास की थी सिविल सेवा परीक्षा
हर्षवर्धन ने पहले प्रयास में ही संघ लोक सेवा आयोग की सिविल सेवा परीक्षा पास की थी। वह दो भाइयों में बड़े थे। उन्होंने इंजीनियरिंग की पढ़ाई इंदौर के देवी अहिल्या बाई विश्वविद्यालय से की थी, जबकि छोटे भाई आनंदवर्धन सिंह आइआइटी दिल्ली में अध्ययनरत हैं। कर्नाटक पुलिस अकादमी में चार सप्ताह का प्रशिक्षण पूरा कर हर्षवर्धन दो दिन पहले ही पिता से मिलने देवसर आए थे।