हाथरस, हाथरस के बलि प्रकरण में नया मोड़ आ गया है। पुलिस ने डीएल पब्लिक स्कूल के प्रबंधक, उसके पिता समेत पांचों आरापियों को हत्या का दोषी नहीं माना है। पुलिस ने कोर्ट में दाखिल चार्जशीट में उनको क्लीन चिट दी है।
पुलिस ने पांचों आरोपियों को सिर्फ सबूत मिटाने और अपराध की सूचना नहीं देने का दोषी माना है। इसमें स्कूल के ही आठवीं के एक छात्र को हत्या का आरोपी बनाया है। लिहाजा पुलिस ने गुपचुप तरीके से 16 दिसंबर को हिरासत में लेने के बाद उसे बाल सुधार गृह भेज दिया।
पुलिस के मुताबिक, आरोपी छात्र स्कूल से छुट्टी चाहता था। इसलिए उसने कृतार्थ की हत्या कर दी। स्कूल के मैनेजर समेत पांचों आरोपियों को मंगलवार को जमानत मिल गई।
बलि नहीं, स्कूल की छुट्टी कराने को किया था कत्ल
हाथरस, । हाथरस के बहुचर्चित कृतार्थ हत्याकांड में नया मोड़ आ गया है। पुलिस ने डीएल पब्लिक स्कूल के प्रबंधक, उसके पिता समेत पांचों आरापियों को हत्या का दोषी नहीं मना है। पुलिस ने पांच दिन पहले कोर्ट में दाखिल चार्जशीट में आरोपियों को क्लीन चिट दी है।
पुलिस ने पांचों आरोपियों को सिर्फ सबूत मिटाने और अपराध की सूचना नहीं देने का दोषी माना है। इसमें स्कूल के ही आठवीं के एक छात्र को हत्या का आरोपी बनाया है। लिहाजा पुलिस ने गुपचुप तरीके से 16 दिसंबर को हिरासत में लेने के बाद बाल सुधार गृह भेज दिया। पुलिस का कहना है कि, आरोपी छात्र का स्कूल में मन नहीं लगता था। वह छुट्टी चाहता था। इसलिए उसने ही कृतार्थ की हत्या कर दी। स्कूल के मैनेजर समेत पांचों आरोपियों को मंगलवार को जमानत मिल गई। अभी इनकी जेल से रिहाई नहीं हुई है क्योंकि स्कूल प्रबंधक पर बिना अनुमति के आवासीय विद्यालय संचालित करने का भी आरोप है।
बीएसए ने इसमें मुकदमा दर्ज कराया था। पुलिस अधिकारियों का कहना है कि जांच में नए तथ्य मिले हैं। इसी आधार पर चार्जशीट दाखिल की गई। जिसमें एक छात्र का नाम सामने आया है। पुलिस ने अदालत में आरोप पत्र के साथ हत्यारोपी किशोर के बयानों को अदालत में पेश किया है।