लखनऊ। राज्यपाल ने प्रदेश के दो राज्य विश्वविद्यालयों में नए कुलपतियों की नियुक्त कर दी है। प्रो. एनबी सिंह को अलीगढ़ के राजा महेंद्र प्रताप सिंह विवि का कुलपति बनाया गया है जबकि मेरठ के चौधरी चरण सिंह विश्वविद्यालय की आचार्य (एमिरेट्स) प्रोफेसर वाई विमला को मां शाकुंभरी विश्वविद्यालय, सहारनपुर का कुलपति बनाया गया है। राज्यपाल सचिवालय ने बीती देर रात कुलपतियों की नियुक्तियों के आदेश जारी कर दिए हैं।
दोनों नवनियुक्त कुलपति कार्यभार ग्रहण करने की तिथि से अगले तीन वर्ष तक कुलपति पद पर अपनी सेवाएं देंगे।
प्रोफेसर नरेंद्र बहादुर सिंह, जिन्हें राजा महेंद्र प्रताप सिंह विश्वविद्यालय, अलीगढ़ का कुलपति नियुक्त किया गया है। अभी तक ख्वाजा मोइनुद्दीन चिश्ती भाषा विश्वविद्यालय में कुलपति के पद पर तैनात थे। प्रो. सिंह को अप्रैल 2022 में भाषा विश्वविद्यालय का कुलपति नियुक्त किया गया था। 30 अप्रैल को उनका कार्यकाल समाप्त हो रहा था। ऐसे में यहां नए कुलपति की तलाश के लिए विज्ञापन भी जारी कर दिया गया था। प्रोफेसर सिंह के अलीगढ़ में तैनाती लेने के बाद भाषा विश्वविद्यालय का कुलपति पद रिक्त हो जाएगा। हालांकि प्रो. एनबी सिंह की नियुक्ति सवालों के घेरे में है। उनके कुलपतित्व कार्यकाल में हुई कथित गड़बड़ी को लेकर हाईकोर्ट की डबल बेंच में सुनवाई चल रही है। इस पर अभी तक कोई अंतरिम आदेश नहीं हुआ है। हालांकि की बीते वर्ष नवंबर में वह सेवा से रिटायर हो चुके हैं। दूसरी तरफ मेरठ के चौधरी चरण सिंह विश्वविद्यालय की आचार्य (एमिरेट्स) प्रोफेसर वाई विमला को मां शाकुंभरी विश्वविद्यालय सहारनपुर की कुलपति नियुक्त किए जाने के आदेश राज भवन से देर रात जारी किए गए। राज्यपाल के अपर मुख्य सचिव डॉ सुधीर एम बोबडे ने बताया की दोनों कुलपतियों की नियुक्ति राज्यपाल आनंदीबेन पटेल ने उत्तर प्रदेश राज्य विश्वविद्यालय अधिनियम 1973 की धारा 12 की उप धारा एक के अंतर्गत शक्तियों का प्रयोग करते हुए किए हैं। प्रोफेसर वाई विमला को भी कार्यभार ग्रहण करने की तिथि से 3 वर्ष की अवधि के लिए कुलपति बनाया गया है।