उन्नाव के जिला विद्यालय निरीक्षक (डीआईओएस) कार्यालय की घोर लापरवाही से सहायता प्राप्त विद्यालयों के शिक्षक बड़ी मुसीबत में फंस गए हैं। कार्यालय द्वारा शिक्षकों के वेतन से कटौती किए गए आयकर को समय पर जमा नहीं करने और प्रपत्र 16 न देने के कारण करीब 2000 शिक्षक प्रभावित हुए हैं, जिनमें से 250 को आयकर विभाग से नोटिस मिल चुका है।
माध्यमिक शिक्षक संघ के संयोजक चंद्र प्रकाश शुक्ल के अनुसार, इस गंभीर समस्या को लेकर शिक्षक पहले भी आमरण अनशन और धरना-प्रदर्शन कर चुके हैं, लेकिन स्थिति में कोई सुधार नहीं हुआ। डीआईओएस कार्यालय के अधिकारी और कर्मचारी शिक्षकों की शिकायतों को नजरअंदाज कर रहे हैं।
संघ के पूर्व जिला मंत्री देवेंद्र सिंह ने बताया कि आयकर विभाग से नोटिस मिलने के बाद से कई शिक्षक मानसिक तनाव में हैं। उन पर पेनल्टी सहित बकाया आयकर जमा करने का दबाव है। शिक्षकों का आरोप है कि प्रपत्र 16 प्राप्त करने के लिए भी उनसे अवैध वसूली की जा रही है। शिक्षकों की मांग है कि इस प्रक्रिया को पारदर्शी बनाया जाए और उनकी समस्या का जल्द समाधान किया जाए।
शिक्षक संघ की मांग-शिक्षक संघ ने लापरवाह अधिकारियों और कर्मचारियों के खिलाफ दंडात्मक कार्रवाई की मांग की है। संघ का कहना है कि शिक्षकों की मेहनत की कमाई पर इस तरह की मनमानी बर्दाश्त नहीं की जाएगी। उन्होंने चेतावनी दी कि यदि समस्या का शीघ्र समाधान नहीं किया गया, तो वे दोबारा बड़े स्तर पर आंदोलन करेंगे।
आईओएस का दावा-इस मामले पर डीआईओएस एसपी सिंह का कहना है कि समस्या के समाधान के लिए कदम उठाए जा रहे हैं। उनका दावा है कि विभागीय कर्मचारियों की हीलाहवाली के कारण यह समस्या बनी हुई है। हालांकि, शिक्षकों का कहना है कि यह केवल बहाना है और जिम्मेदार अधिकारियों पर कार्रवाई की जानी चाहिए।