उत्तराखंड राजकीय प्रारंभिक शिक्षा संशोधन नियमावली की तरह उत्तर प्रदेश में अनुभवी शिक्षामित्रों की नियमावली बनाए जाने के लिए शिक्षामित्र शिक्षक पात्रता एसोसिएशन ने मांग की है।
इस संबंध में मुख्यमंत्री को संबोधित ज्ञापन डीएम को सौंपा गया। डीएम को सौंपे ज्ञापन में कहा गया कि यूपी के परिषदीय स्कूलों में शिक्षामित्र शिक्षा के सार्वभौमीकरण की दिशा में वर्ष 2001 से शिक्षण कार्य कर रहे हैं, जो एनसीटीई के अनुसार, बीटीसी, यूपीटीईटी, सीटेट उत्तीर्ण सभी योग्यताएं पूरी करते हैं। नवंबर 2000 में यूपी से उत्तराखंड अलग राज्य बन गया। अधिक सेवा और योग्यता टीईटी को आधार मानकर सेवा नियमावली वर्ष 2019 में बनाकर उत्तराखंड राज्य ने शिक्षामित्रों को सहायक अध्यापक पद पर नियमित कर दिया है।
शिक्षामित्र तीर्थदेव शर्मा कहते हैं कि उत्तराखंड की तर्ज पर यूपी के शिक्षामित्रों को लाभ दिया जाना चाहिए। ज्ञापन देने वालों में शांतिस्वरूप,वीरेंद्र कुमार, मंशाराम, राज कुमार, सुखविंदर कुमार, राज कुमार आदि शामिल रहे।