प्रयागराज। प्रदेश के अशासकीय सहायता प्राप्त महाविद्यालयों में असिस्टेंट प्रोफेसर के रिक्त पदों को लेकर कॉलेज स्तर से अगर कोई गड़बड़ी की गई तो वह तुरंत पकड़ में आ जाएगी।
उच्च शिक्षा निदेशालय ने कॉलेजों से रिक्त पदों का ब्योरा लेने के ■ लिए नया पोर्टल तैयार कराया है। कॉलेजों को इस पर रिक्त पदों के साथ कार्यरत व स्वीकृत पदों की जानकारी भी देनी होगी।
सभी विभागों की ओर से भर्ती संस्थाओं को ऑनलाइन अधियाचन भेजे जाने की व्यवस्था अनिवार्य कर दी गई है। ऐसे में उच्च शिक्षा निदेशालय ने भी अपना नया पोर्टल तैयार कराया है।
अशासकीय महाविद्यालयों में इसी पोर्टल पर पदों की सूचना अपलोड करनी होगी। सभी
रिक्त पदों का ऑनलाइन ब्योरा लेने के लिए तैयार किया पोर्टल
कॉलेज विषयवार सूचना अपलोड करेंगे। उन्हें बताना होगा कि संबंधित विषय के कितने पद स्वीकृत हैं। इनमें से कितने पद खाली हैं और कितने पदों पर शिक्षक कार्यरत हैं।
इस नए पोर्टल के कारण उच्च शिक्षा निदेशालय बहुत ही कम समय में प्रदेशभर के महाविद्यालयों से पदों का विवरण प्राप्त कर सकेगा। इन पदों पर भर्ती के लिए उत्तर प्रदेश शिक्षा सेवा चयन आयोग को समय से अधियाचन भी भेज सकेगा।
खास बात यह है कि महाविद्यालय का प्रबंधतंत्र या प्राचार्य पदों की संख्या में कोई हेरफेर नहीं कर सकेंगे। भर्ती शुरू होने के बाद पदों को लेकर कोई विवाद भी नहीं होगा।
प्राचार्य पद की भी अपलोड की जाएगी सूचना
नए पोर्टल पर महाविद्यालयों को प्राचार्य पद की सूचना भी अपलोड करनी होगी। उच्च शिक्षा निदेशालय महाविद्यालयों से प्राप्त सूचना के आधार पर प्राचार्य के रिक्त पदों का विवरण तैयार करेगा। भर्ती के लिए शिक्षा सेवा चयन आयोग को अधियाचन भेजेगा।
पहले कई स्तर पर कराना होता था सत्यापन
उच्च शिक्षा निदेशालय पहले रिक्त पदों का कई स्तर पर सत्यापन कराता था, जिसकी वजह से रिक्त पदों का विवरण तैयार करने में काफी वक्त लगता था। नए पोर्टल पर पदों की सूचना अपलोड होते ही तस्वीर काफी हद तक साफ हो जाएगी और सत्यापन के लिए अतिरिक्त मशक्कत नहीं करनी होगी।