8th pay commission latest news today: केंद्र सरकार की तरफ से 8वें वेतन आयोग को मंजूरी मिल चुकी है. जल्द ही इसके चेयरमैन और पैनल का भी गठन हो जाएगा. इसके बाद कर्मचारियों के नए पे-मैट्रिक्स पर मंथन होगा. केंद्रीय कर्मचारियों (Central government employees) और पेंशनधारकों की सैलरी और भत्तों में संशोधन की उम्मीद है. इसके लिए पे-कमीशन (Pay commission) की सिफारिशें लागू होंगी. लेकिन, 8वें वेतन आयोग (8th pay Commission) के आने पर सबसे बड़ा असर महंगाई भत्ते पर पड़ेगा. केंद्रीय कर्मचारियों का महंगाई भत्ता शून्य यानि जीरो (0) कर दिया जाएगा. मतलब नया पे-कमीशन लागू होते ही महंगाई भत्ते (Dearness allowance) को जीरो कर दिया जाएगा.
2026 में मर्ज होगा महंगाई भत्ता (DA)
अनुमान लगाया जा रहा है कि जनवरी 2026 तक महंगाई भत्ता (DA) 63 फीसदी पर पहुंच जाएगा. नियम अनुसार इसे 50 फीसदी होने के बाद ही जीरो करके बेसिक में मर्ज किया जाना है. लेकिन, 50 फीसदी होने पर भी इसे मर्ज नहीं किया था. अब चर्चा है कि नया वेतन आयोग की सिफारिशें लागू होने पर कर्मचारियों के DA को शून्य (0) करके बेसिक सैलरी में मर्ज कर दिया जाएगा. हालांकि, चर्चा ये भी है कि सिर्फ 50 फीसदी को ही मर्ज किया जाएगा. अतिरिक्त 13 फीसदी को मर्ज नहीं किया जाएगा. अब इस पर अंतिम फैसला सरकार को लेना है. ऐसे में ये देखना होगा कि सरकार पूरे 63 फीसदी को बेसिक में मर्ज करती है या नहीं.
जीरो से शुरू होगी DA की कैलकुलेशन
8वें वेतन आयोग के लागू होने के बाद केंद्रीय कर्मचारियों की नई बेसिक सैलरी पर डीए की कैलकुलेशन होगी. इसे 0 से शुरू किया जाएगा. मान लीजिए किसी की बेसिक सैलरी 34200 रुपए होगी तो जनवरी 2026 से उसका महंगाई भत्ता 0 होगा. फिर जुलाई 2026 में इसमें 3-4 फीसदी (जो भी महंगाई भत्ता बनेगा) जोड़ा जाएगा. इसके बाद से ही आगे की कैलकुलेशन जारी होगी. महंगाई भत्ते के शून्य होने पर दूसरे भत्तों पर भी फर्क आएगा.
महंगाई भत्ते (DA) की गणना
TRENDING NOW
8वें वेतन आयोग के लागू होने पर महंगाई भत्ते को मूल वेतन में जोड़ा जाएगा. अगर महंगाई भत्ता 50% या उससे ज्यादा है, तो इसे नए पे-कमीशन पर मर्ज करने का प्रावधान है. महंगाई भत्ता (DA) की गणना उपभोक्ता मूल्य सूचकांक (CPI) के आधार पर की जाती है. CPI में समय-समय पर बदलाव होता है, जिससे DA में भी परिवर्तन होता है. 8वें वेतन आयोग के लागू होने पर वर्तमान DA को मूल वेतन में जोड़ने से कर्मचारियों का कुल वेतन बढ़ेगा. मान लीजिए, मौजूदा स्थिति में एक कर्मचारी की अभी बेसिक सैलरी ₹18,000 है और महंगाई भत्ता 50% है तो DA ₹9,000 होगा. 8वें वेतन आयोग (8th pay commission) के लागू होने पर अगर DA को मूल वेतन में जोड़ दिया जाता है तो कुल वेतन ₹27,000 हो जाएगा.
क्यों 0 होगा महंगाई भत्ता?
जब भी नया वेतनमान लागू किया जाता है कर्मचारियों को मिलने वाले DA को मूल वेतन में जोड़ दिया जाता है. जानकारों का कहना है कि यूं तो नियम कर्मचारियों को मिलने वाले शत-प्रतिशत डीए को मूल वेतन में जोड़ना चाहिए, लेकिन ऐसा नहीं हो पाता. वित्तीय स्थिति आड़े आती है. हालांकि, साल 2016 में ऐसा किया गया. उससे पहले साल 2006 में जब छठा वेतनमान आया तो उस समय पांचवें वेतनमान में दिसंबर तक 187 प्रतिशत DA मिल रहा था. पूरा डीए मूल वेतन में मर्ज दिया गया था. इसलिए छठे वेतनमान का गुणांक 1.87 था. तब नया वेतन बैंड और नया ग्रेड वेतन भी बनाया गया था. लेकिन, इसे देने में तीन साल लग थे.
कब शून्य होगा महंगाई भत्ता?
एक्सपर्ट्स की मानें तो जनवरी 2026 में जब 8वां वेतन आयोग (8th Pay Commission) लागू होगा तब महंगाई भत्ता शून्य किया जाएगा. ऐसे में महंगाई भत्ते को तभी मर्ज किया जाएगा और शून्य से इसकी कैलकुलेशन होगी. मतलब जनवरी से जून 2026 के AICPI इंडेक्स से तय होगा कि महंगाई भत्ता 3 फीसदी, 4 फीसदी या कितना होगा. ये स्थिति साफ होते ही कर्मचारियों को 0 फीसदी से आगे महंगाई भत्ते दिया जाएगा.