श्रावस्तीः परिषदीय विद्यालयों का परिसर स्वच्छ रखने के लिए अलग से कर्मचारी तैनात होंगे। ग्राम पंचायत निधि से मानदेय का भुगतान होगा। इनकी जिम्मेदारी सिर्फ स्कूलों की सफाई करना होगा। परिषदीय विद्यालय परिसर को स्वच्छ रखने के लिए यह पहल हुई है।
397 ग्राम पंचायतों व नगर पालिका परिषद भिनगा तथा नगर पंचायत इकौना को मिलाकर 984 परिषदीय विद्यालय हैं। 397 ग्राम पंचायतों के 2,755 मजरों की सफाई के लिए मात्र 529 सफाई कर्मचारी तैनात हैं। इनमें से भी कई कर्मचारी विभिन्न सरकारी कार्यालयों से संबद्ध हैं। गिने-चुने कर्मचारियों के भरोसे गांव की स्वच्छता है। परिषदीय विद्यालयों की सफाई भी इनकी ही जिम्मेदारी पर थी। इससे अव्यवस्था बनी रहती थी। नियमित रूप से स्कूलों की सफाई नहीं हो पाती थी।
डीएम अजय कुमार द्विवेदी ने पंचायतीराज विभाग को स्कूलों की सफाई के लिए अलग से कर्मचारी
की तैनाती करने को कहा है। यह कर्मचारी गांव का ही नागरिक होगा। ग्राम पंचायत की ओर से कर्मचारी के नाम का प्रस्ताव दिया जाएगा।
नियुक्ति की प्रक्रिया पूरी होने के बाद इनसे प्रतिदिन स्कूलों की सफाई का काम लिया जाएगा। निरीक्षण में गंदगी मिलने पर कर्मचारी कार्रवाई होगी।
स्कूल में रहेगा रजिस्टर लगेगी हाजिरी
तैनात सफाई कर्मचारी की उपस्थिति स्कूल से प्रमाणित होगी। स्कूल में इसके लिए अलग से रजिस्टर रहेगा। कर्मचारी स्कूल की सफाई करने के बाद रजिस्टर में हस्ताक्षर बनाएंगे। किसी तिथि में रजिस्टर पर कर्मचारी के हस्ताक्षर हैं और स्कूल में गंदगी है तो इसके लिए प्रधान शिक्षक को जिम्मेदार माना जाएगा।
अधिकतम छह हजार रुपये मासिक मिलेगा मानदेय
कर्मचारी को दो सौ रुपये प्रति दिवस की दर से मजदूरी का भुगतान होगा। यह धनराशि अधिकतम छह हजार रुपये मासिक होगी। मानदेय का भुगतान ग्राम पंचायत की निधि से किया जाएगा।
चहारदीवारी से स्ट्र स्कूल परिसर को सुरक्षित किया गया है। दीवारों पर पेंटिंग और परिसर में टायल्स लगने से स्कूल सुंदर दिख रहे हैं। सुंदरता बनाए रखने के लिए नियमित सफाई की जरूरत है। इसे ध्यान में रखते हुए अलग से कर्मचारी तैनात करने को कहा गया है।
अजय कुमार द्विवेदी, डीएम, आवस्ती