बागपत। जिले के पांच पीएमश्री स्कूलों में खेल, शैक्षणिक गतिविधियों व अन्य कार्यों के लिए आया 41 लाख रुपये का बजट प्रधानाध्यापक दबाकर बैठ गए। बजट खर्च न होने पर पता चला कि इन स्कूलों में गतिविधियां ही नहीं हो रहीं। बीएसए के नोटिस पर भी प्रधानाध्यापकों ने जवाब नहीं दिया तो अब उनको वेतन रोक दिया गया है।
जिले के 15 परिषदीय स्कूलों का पीएमश्री में चयन किया था। इसके बाद इनको वर्ष 2024-25 के लिए बजट जारी किया गया था।
इनमें पांच पीएमश्री स्कूल ऐसे हैं, जहां खेल, शैक्षणिक, सांस्कृतिक कार्यक्रम सहित आदि गतिविधियां कराने के लिए 41 लाख से अधिक का बजट भेजा गया था। मगर, यह बजट खर्च ही नहीं किया गया। छात्र-छात्राओं को पीएमश्री में स्कूलों को शामिल करने के बाद भी कोई लाभ नहीं मिल रहा है।
बजट खर्च नहीं होने पर पांच प्रधानाध्यापकों की लापरवाही से शिक्षा विभाग की रैंकिंग खराब हो गई है। इनमें रोशनगढ़ के प्रधानाध्यापक कर्मवीर सिंह, बड़ागांव की अर्चना शर्मा, बरवाला के राजीव कुमार जैन, हसनपुर जिवानी के योगेश स्वामी, डौला की मोनिका सिंह शामिल हैं। इस कारण ही परियोजना निदेशक कार्यालय से इसपर नाराजगी जताई जा रही है। वित्तीय वर्ष समाप्त होने में अब दो माह बचे हैं और बीएसए गीता चौधरी ने इनको बजट खर्च करने को नोटिस दिया। इसके बाद भी इनका जवाब नहीं मिलने पर बीएसए ने वेतन रोकने के आदेश जारी कर दिए।