अभ्यर्थियों का दावा, प्रारंभिक परीक्षा में शामिल किए गए नए विषयों का इंजीनियरिंग से कोई लेना-देना नहीं
प्रयागराज। सहायक अभियंता भर्ती के लिए आयोजित की जाने वाली सम्मिलित राज्य अभियंत्रण सेवा परीक्षा में प्रारंभिक परीक्षा को जोड़े जाने और उसमें 22 नए विषयों को शामिल किए जाने से अभ्यर्थी परेशान हैं। उनका दावा है कि इन विषयों का इंजीनियरिंग से सीधे कोई लेना-देना नहीं है।
अभ्यर्थियों ने उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग (यूपीपीएससी) के अध्यक्ष को पत्र लिखकर मांग की है कि प्री से नए विषय हटाए जाएं या कटऑफ निर्धारित किया जाए।
आयोग ने 17 दिसंबर 2024 को सहायक अभियंता (एई) के 604 पदों पर भर्ती के लिए सम्मिलित राज्य अभियंत्रण सेवा परीक्षा-2024 का विज्ञापन जारी किया था और उसी दिन से ऑनलाइन आवेदन भी शुरू हो गए। पहले सिर्फ एक लिखित परीक्षा व इंटरव्यू के माध्यम से भर्ती होती थी।
अब प्रारंभिक परीक्षा भी होगी, जिसमें हिंदी व सामान्य अध्ययन के अलावा 22 विषयों से इंजीनियरिंग एप्टीट्यूड के सवाल पूछे जाएंगे। प्रारंभिक परीक्षा में
प्री से हटाए जाएं नए विषय या प्रारंभिक परीक्षा के लिए निर्धारित हो कटऑफ
प्रदेश वस्तुनिष्ठ प्रकार के 150 प्रश्न पूछे जाएंगे, जिन्हें हल करने के लिए दो घंटे का वक्त मिलेगा।
प्रत्येक प्रश्न दो अंकों का होगा और परीक्षा कुल 300 अंकों की होगी। 150 प्रश्नों में से सामान्य ज्ञान के 25, सामान्य हिंदी के 25 व इंजीनियरिंग एप्टीट्यूड के 100 प्रश्न होंगे।
अभ्यर्थियों का कहना है कि इंजीनियरिंग एप्टीट्यूड में जो 100 प्रश्न 22 विषयों से होंगे, उनका इंजीनियरिंग से सीधे कोई लेना-देना नहीं है। आयोग अगर अप्रैल या मई में प्रारंभिक परीक्षा कराता है तो अभ्यर्थियों की तैयारी नहीं हो सकेगी। इसका कारण है कि
अभ्यर्थियों के लिए 22 विषय एकदम नए होंगे और उनके लिए प्रारंभिक परीक्षा क्वालिफाई कर पाना मुश्किल हो जाएगा।
अभ्यर्थी अजीत कुमार सोनकर का कहना है कि परीक्षा की तैयारी के लिए आयोग पर्याप्त समय दे या प्रारंभिक परीक्षा में शामिल किए गए 22 नए विषयों को हटाया जाए।
वहीं, ग्रेजुएट इंजीनियरिंग वेलफेयर एसोसिएशन के अध्यक्ष दीपक सिंह व उपाध्यक्ष सपना गौतम ने आयोग के अध्यक्ष को पत्र लिखकर कहा है कि इंजीनियरिंग के विषयों से बाहर के प्रश्न पूछकर अभ्यर्थियों का उनके विषय के प्रति तकनीकी ज्ञान का परीक्षण किए बिना प्रारंभिक परीक्षा में छांटकर बाहर कर दिया जाता है तो यह अभ्यर्थियों के लिए न्याय संगत नहीं है।
आयोग के अध्यक्ष से मांग की गई है कि सम्मिलित राज्य अभियंत्रण सेवा प्रारंभिक परीक्षा-2024 में टेक्निकल विषय नहीं हैं तो प्रारंभिक परीक्षा का कटऑफ सामान्य अभ्यर्थियों के लिए 30 फीसदी व अन्य के लिए 25 फीसदी रखा जाए और पास होने वाले प्रत्येक अभ्यर्थी को मुख्य परीक्षा में शामिल होने का मौका दिया जाए, ताकि ज्यादा से ज्यादा अभ्यर्थियों को अवसर मिल सके।
इन विषयों से पूछे जाएंगे इंजीनियरिंग एप्टीट्यूड के सवाल : डिजाइन और ड्रॉइंग के सामान्य सिद्धांत, इंजीनियरिंग सामग्री, ऊष्मप्रवैगिकी (थर्मोडाइनिमिक्स) की मूल बातें, जल संसाधन और संरक्षण प्रक्रियाएं, परियोजना प्रबंधन की मूल बातें, औद्योगिक सुरक्षा और सुरक्षा मानक, सूचना और संचार प्रौद्योगिकियां (आईसीटी), कृत्रिम बुद्धिमत्ता और रोबोटिक्स की मूल बातें, मशीनरी रखरखाव के प्रकार, हरित ऊर्जा, मापन और इंस्ट्रूमेंटेशन की मूल बातें, ऊर्जा रूपांतरण सिद्धांत, आपदा प्रबंधन, इंजीनियरिंग पेशे में नैतिकता और मूल्य, गुणवत्ता नियंत्रण, बौद्धिक संपदा अधिकार, मानव स्वास्थ्य और स्वच्छता, उत्पादों की हैंडलिंग और भंडारण, जलवायु परिवर्तन, उत्पादन और निर्माण, अनुप्रयुक्त विज्ञान में हालिया विकास, दैनिक जीवन में विज्ञान और प्रौद्योगिकी की भूमिका।